- मोदी सरकार एक फरवरी को पेश करने जा रही है बजट
- बजट को लेकर पीएम मोदी ने नीति आयोग में की बैठक
बजट पर नीति आयोग की विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों के साथ अहम बैठक गुरुवार को हुई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नितिन गडकरी तो शामिल हुए, लेकिन इस अहम बैठक में वित्त मंत्री सीतारमण शामिल नहीं हुईं.
इस बैठक में वित्त मंत्री सीतारमण के न शामिल होने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है. कांग्रेस ने ट्वीट करके कहा ‘एक महिला की नौकरी करने में कितने पुरुष की जरूरत है?’ वहीं, दूसरे ट्वीट में कांग्रेस ने कहा ‘यहां एक सुझाव है, अगली बजट बैठक में वित्त मंत्री को आमंत्रित करने पर विचार करें.’ अपने ऑफिशल ट्विटर हैंडल से किए गए इस ट्वीट में कांग्रेस ने ‘फाइंडिंग निर्मला’ हैशटैग का भी यूज किया.
Here’s a suggestion, next budget meeting, consider inviting the Finance Minister. #FindingNirmala https://t.co/wKV35GTI04
— Congress (@INCIndia) January 9, 2020
बीजेपी की सफाई
बीजेपी ने इसकी सफाई में कहा है कि वित्त मंत्री अर्थशास्त्रियों के साथ बजट पूर्व चर्चा कर चुकी हैं और गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बजट पूर्व चर्चा में लगी थीं. इसलिए पीएम के साथ बैठक में शामिल नहीं हुईं.
मोदी सरकार इस बार एक फरवरी को ऐसा बजट पेश करना चाहती है, जिसमें हर वर्ग की सहूलियतों का ध्यान रखा जा सके. इसके लिए भाजपा बजट से पहले सभी से सुझाव लेने में जुटी है. पार्टी पिछले 15 दिनों से समाज के हर वर्ग के साथ ‘प्री बजट कंसल्टेशन’ बैठक के जरिए उनकी मांगों से वाकिफ हो रही है.
इस सिलसिले में गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों सहित सभी मोर्चा प्रभारियों और प्रवक्ताओं के साथ बैठक कर बजट से संबंधित सुझाव लिए. वित्त मंत्री ने सभी से पूछा कि वे इस बार कैसा बजट चाहते हैं? हालांकि वित्त मंत्री बजट पर नीति आयोग के साथ हुई बैठक में शामिल नहीं हुईं.
FM Smt. @nsitharaman having pre-budget consultation meetings with Party’s national office-bearers, spokespersons, Morcha members, departments, publications and think-tanks at BJP headquarters in New Delhi. pic.twitter.com/sUi5Kjwons
— BJP (@BJP4India) January 9, 2020
बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू होकर तीन अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान एक फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट पेश किया जाएगा. न्यूज एजेंसी पीटीआई सूत्रों के मुताबिक संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से तीन अप्रैल तक दो चरणों में रखने का सुझाव दिया है.
बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक और दूसरा चरण दो मार्च से तीन अप्रैल तक चलेगा. बजट सत्र के बीच में करीब एक महीने का अवकाश रखा जाता है. बता दें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करेंगी.