- अरुणाचल प्रदेश में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
- चीन ने किया अमित शाह के दौरे का विरोध
- अरुणाचल को अपना हिस्सा बताता रहा है चीन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में पहुंचे. गृह मंत्री के इस दौरे से पड़ोसी मुल्क चीन को दिक्कत हुई है और चीन ने इसका विरोध किया है. चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश पर अपना हक जताता रहा है लेकिन भारत ने हर बार उसके दावे को नकारा है.
गुरुवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अमित शाह की इस यात्रा पर बयान दिया और कहा कि वह इसका विरोध करते हैं. चीनी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है और ऐसे में जबतक इसका हल नहीं निकल जाता, तो राजनीतिक यात्राओं से बचना चाहिए.
At 34th Statehood Day Function of Arunachal Pradesh in Itanagar. https://t.co/BUTwfscAhr
— Amit Shah (@AmitShah) February 20, 2020
बता दें कि आज अरुणाचल प्रदेश का पूर्ण राज्य दिवस है, 20 फरवरी को ही अरुणाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा मिला था. इसी अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ईटानगर पहुंचे हैं और यहां पर जश्न में शामिल हुए. अमित शाह से पहले भी कई नेताओं की यात्रा पर चीन की ओर से सवाल खड़े किए जा चुके हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि चीनी सरकार ने कभी भी इसे ‘अरुणाचल प्रदेश’ नहीं माना है. भारतीय नेताओं को उस स्थान पर जाने से बचना चाहिए. चीनी विदेश मंत्रालय बोला कि ऐसी यात्राओं का असर दोनों देशों के संबंध पर पड़ सकता है.
गौरतलब है कि ना सिर्फ अरुणाचल प्रदेश बल्कि चीन से सटे कई अन्य इलाकों में भी वहां की सेना घुसपैठ करती आई है. जिस वजह से भारत और चीनी सेना कई बार आमने-सामने आ चुकी हैं.
अरुणाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड और लद्दाख में कई बार दोनों सेनाओं का आमना-सामना हुआ है. भारत और चीन की करीब 3488 किमी. सीमा एक दूसरे से सटती है, जिसे लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल कहा जाता है.