फतेहपुर की रेप पीड़िता की कानपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। रेप के आरोपियों ने युवती को जिंदा जला दिया था, गंभीर हालत में उसे कानपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था और दो दिन पहले हालत बिगड़ने की वजह वो कोमा में चली गई थी। गुरुवार तड़के सुबह रेप पीड़िता मौत हो गई।
रेप पीड़िता का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि उसके संक्रमण को रोक पाना सम्भव नहीं हो पाया। भर्ती होने के बाद से ही उसका ब्लड प्रेशर और नब्ज़ गिर रही थी। जीवनरक्षक वेंटिलेटर पर उसे रखना पड़ा था। बुधवार को मिली कल्चर रिपोर्ट निराशाजनक रही। कोई एंटीबायोटिक असर नही कर रही थी। शरीर मे सूजन से सांस की नालियां सिकुड़ चुकी थी। फेफडे में संक्रमण बढ़ने से उसे बचा पाना मुश्किल हुआ है। इमरजेंसी मेडिकल ऑफीसर डॉक्टर विनय कुमार के मुताबिक गुरुवार सुबह पीड़िता ने अंतिम सांस ली।
बता दें कि बीते शुक्रवार की रात फतेहपुर के हुसेनगंज इलाके के एक गांव में पड़ोस में रहने वाले चाचा ने किशोरी के साथ दरिंदगी की। शनिवार सुबह परिजन उसे लेकर थाने जाने लगे तो आरोपित ने मिट्टी का तेल डालकर पीड़िता को जिंदा जलाने की कोशिश की। 90 फीसदी झुलसी किशोरी को आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से उसे गंभीर हालत में कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया गया।
घर में अकेले थी युवती
युवती शनिवार सुबह घर पर अकेली थी। परिवार के लोग खेत में काम करने गए थे। तभी पड़ोसी युवक उसके घर पहुंचा और दरिंदगी की। पीड़िता के दिए बयान के अनुसार दुष्कर्म के बाद उसने परिजनों को बताने की बात कही। इस पर आरोपित उसे खींचता हुआ कमरे में ले गया और वहां रखे मिट्टी के तेल का गैलन उस उड़ेलकर आग लगा दी।