भोपाल। विधानसभा ऑडिटोरियम में कैन फाउंडेशन उद्घाटन समारोह कार्यक्रम में सीएम कमलनाथ के साथ कानूनविदों ने शिरकत की। विधि कार्यक्रम में देशभर के नेशनल लॉ कॉलेजों से चयनीत 12 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। देश के वरिष्ठ कानूनविद संगोष्ठी में शिरकत कर रहे हैं।देश के अहम मुद्दों के साथ एनएनयू में क्या सुधार हो सकती है जैसे विषयों पर मंथन की जाएग। कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश खानविलकर, न्यायाधीश एस रविंद्र भट्ट, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मित्तल, राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा, विधि मंत्री पीसी शर्मा, विधानसभा स्पीकर एमपी प्रजापति भी शामिल हैं।
कार्यक्रम में सीएम कमलनाथ ने इन बातों पर दिया जोर-
22 लॉ स्कूल पूरे देश में हैं, आने वाले समय में और स्कूल खुलेंगे
आज इंडिया बहुत अलग है, ये 70 साल पहले वाला इंडिया नहीं है
70 साल पहले किसी ने नहीं सोचा था कि यहां IIT, IIM, LAW स्कूल खुलेगा
समय के साथ मुश्किलें अलग होती है, इतनी विभिन्नता कहीं नहीं है, जितनी इंडिया में हैं
दक्षिण में जाओ तो साड़ी पहनने का तरीका बदल जाता है, हर जगह के अपने रीति रिवाज हैं
लॉ स्टेटिस्टिक्स स्कूप जैसा है हमारे लिए जो सारे परेशानी को जान लेता है
समानता लिमिटेड है लेकिन जस्टिस अनलिमिटेड है
बदलाव को कोई नहीं रोक सकता है, ये सतत है
हमारी न्यायपालिका बेहद मजबूत है
हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में सबको अधिकार दिए गए हैं
50 साल पहले न्याय पालिका के प्रति सोच अलग थी और अब अलग
लेकिन न्यायपालिका के सामने कई चुनौती है
पिछले 10 सालों में हमने टेक्नोलॉजी में बदलाव देखा है
आज का युवा इंटरनेट से जुड़ा है, आप लॉ के स्टूडेंट्स हो
मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स हो आपको बदलाव को समझना होगा
न्यायपालिका को भी भविष्य की चुनौती को समझना होगा
20 साल कम उत्पादन की चुनौतियां किसान के सामने थी, लेकिन अधिक उत्पादन की चिंता है
कुछ लोग कहते है कि पिछले 70 सालों में भारत ने कुछ भी अचीव नहीं किया है,लेकिन वो गलत कहते हैं
भारत ने बढ़ी हुई जनसंख्या के बाद भी विश्व के दूसरे देशों के अपेक्षा बहुत कुछ अचीव किया