- ट्रंप ने चीन समेत सभी पक्षकार देशों से डील खत्म करने की अपील की थी
- अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस और जर्मनी ने की थी ईरान के साथ डील
- कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से अमेरिका और ईरान में गहराया है तनाव
ईरान को लेकर चीन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को तगड़ा झटका दिया है. चीन ने ईरान के साथ किए गए परमाणु डील को खत्म करने और नई डील करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है. चीन ने कहा कि ईरान के साथ परमाणु डील बड़ी मुश्किल से हुई थी, जिसको संयुक्त राष्ट्र ने भी मंजूर किया है. लिहाजा अब सभी पक्षकारों को ईरान के साथ किए गए परमाणु डील को मानना चाहिए.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि मिडिल ईस्ट में तनाव की जड़ अमेरिका का ईरान के साथ परमाणु डील से पीछे हटना है. ईरान के साथ हुई परमाणु डील को ज्वॉइंट कंप्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन (JCPOA) के नाम से भी जाना जाता है. साल 2015 में ईरान के साथ हुई इस परमाणु डील में अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस और जर्मनी शामिल थे.
ईरान के साथ परमाणु डील में शामिल रहे छह में से पांच देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं, जिनमें अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं. सिर्फ जर्मनी ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य नहीं हैं. यह परमाणु डील ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए किया गया था. हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद ईरान के साथ हुई परमाणु डील से अमेरिका को अलग कर लिया था.
अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा था?
इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमला करने के बाद बुधवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने ईरान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश करार देते हुए चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और जर्मनी से ईरान के साथ परमाणु डील को खत्म करने को कहा था.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अब समय आ गया है कि ईरान के साथ परमाणु डील को खत्म चीन, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी खत्म कर दें. साथ ही ईरान के साथ एकजुट होकर ईरान के साथ नई डील करें, ताकि दुनिया को सुरक्षा और पीसफुल बनाया जा सके.
आपको बता दें कि अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से खाड़ी क्षेत्र में तनाव गहराया हुआ है. सुलेमानी की मौत से गुस्साई ईरान ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया है. ईरान का दावा है कि उसके मिसाइल हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं, जबकि कई सैनिक घायल हुए हैं.