सौरभ तिवारी/रायपुर. छत्तीसगढ़ में दसवीं और बारहवीं बोर्ड के नतीजे सुधारने के लिए शिक्षा विभाग ने एक नई पहल शुरू की है. शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में मंथली टेस्ट शुरू करने जा रहा है. अभी स्कूलों में वीकली टेस्ट होते हैं. इनमें से एक वीकली टेस्ट खत्म कर उसकी जगह मंथली टेस्ट होगा. यह पूरे एक माह पढ़ाए गए कोर्स पर लिया जाएगा. रायपुर जिले में हिंदी और अंग्रेजी मीडियम को मिलाकर सरकारी स्कूलों में दसवीं और बारहवीं में कुल 50 हजार बच्चे हैं. इसीलिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरूआत रायपुर से की जाएगी.
मंथली टेस्ट के पर्चे बोर्ड की कक्षाओं के लिए पूरे जिले में एक जैसे बनाए जाएंगे. इससे शहरों से गांवों तक स्कूलों में बच्चों के स्तर का पता चलेगा. इससे यह भी स्पष्ट होगा कि अलग-अलग इलाकों में किस तरह के सुधार ही जरूरत है. रायपुर के सरकारी स्कूलों में दसवीं और बारहवीं का पहला मंथली टेस्ट अगले कुछ दिन में ले लिया जाएगा और नतीजे भी जारी किया जाएगा . हिंदी मीडियम स्कूलों के अलावा सरकारी इंग्लिश मीडियम में भी इसी तर्ज पर बच्चों का मूल्यांकन होगा. दरअसल छत्तीसगढ़ बोर्ड में पिछले कुछ वर्षों में अन्य जिलों की तुलना में रायपुर का रिजल्ट कमजोर रहा है. खासकर दसवीं के मामले में. इसमें सुधार लाने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है.
रायपुर जिले का रिजल्ट रहा था खराब
वर्ष 2022 में दसवीं सीजी बोर्ड का रिजल्ट 74.23 था. तब रायपुर जिले का 67.96 प्रतिशत था. इसके अलावा बोर्ड की टॉप-10 लिस्ट में रायपुर जिले के छात्रों की संख्या भी कम थी. इसी वजह से पिछले साल वीकली टेस्ट शुरू किए गए थे. इसका थोड़ा लाभ हुआ और 2023 में दसवीं का रिजल्ट 75.05 आया. इस बार भी रायपुर जिले का रिजल्ट इस औसत से कम था. हालांकि, टॉप-10 मेरिट लिस्ट में छात्रों की संख्या बढ़ी है. इसलिए कई तरह के सर्वे के बाद शिक्षा विभाग ने तय किया कि सरकारी स्कूलों में मंथली टेस्ट लिया जानाचाहिए. पायल प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत रायपुर से होगी.
.
FIRST PUBLISHED : August 29, 2023, 21:06 IST
Source link