रायपुर। Jharkhand Election 2019 झारखंड में यूपीए की बढ़त में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं की बड़ी भूमिका रही है। छत्तीसगढ़ के नेताओं ने कांग्रेस के प्रत्याशी चयन से लेकर सहयोगी दो दलों के साथ समन्वय बनाने और यूपीए के लिए मतदाताओं का भरोसा जीतने तक का काम किया।
स्टार प्रचारक के तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नगरीय निकाय मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत चुनावी सभाएं और रैली करने पहुंचे। मतदाताओं का विश्वास जीतने के लिए छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के कामों की ब्रांडिंग की।
यहां तक कि राहुल गांधी ने भी अपनी हर चुनावी सभा में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की उपलब्यिों को गिनाया। इसमें किसानों से 25 सौ स्र्पये में धान की खरीद, 400 यूनिट तक बिजली बिल हाफ, आदिवासियों को उद्योगों के लिए अग्रिहित जमीन की वापसी प्रमुख है।
बघेल ने कांग्रेस और गठबंन वाले दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रत्याशियों के प्रचार के लिए गढ़वा जिले के भवनाथनपुर, पलामू विधानसभा के ग्राम चतरा, गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के भंडरिया, डालटनगंज, रामगढ़ और बोकारो जिले के बेरमो विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा की थी।
वहीं, सरगुजा संभाग के आदिवासी नेता और मंत्री भगत ने झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के लिए लोहरदगा विानसभा सीट में प्रचार किया था।
पड़ोसी राज्य में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने बढ़त का बनाया था रोडमैप
– मंत्री टीएस सिंहदेव की अध्यक्षता में कांग्रेस प्रत्याशियों का हुआ चयन, जेएमएम-आरजेडी के साथ समन्वय बनाया।
– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छह विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाएं की
– मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और विधायक विकास उपाध्याय ने क्षेत्रीय पर्यवेक्षक का काम किया
स्टार प्रचार के तौर पर मंत्री डहरिया के अलावा मंत्री अमरजीत भगत ने चुनावी सभा की
– सीएम, मंत्रियों से लेकर राहुल गांधी तक ने मंच से छत्तीसगढ़ सरकार के कामों की ब्रांडिंग की