हार्ट हॉस्पिटल, पटना के प्रबंध निदेशक व चेयरमैन डॉ. राजन ठाकुर बताते हैं कि हृदय शरीर का सबसे कठिन काम करने वाला अंग है। ऐसे में इसका कमजोर होना जानलेवा साबित होता है। इसी वजह से लोग जिम में एक्सरसाइज करते या डांस करते हुए कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो जाते हैं।
डॉ. राजन ठाकुर कि मानें तो हम अपनी दिनचर्या, जीवनशैली व खान-पान में बदलाव लाकर हृदय संबंधी बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप कितने भी अमीर हो जाएँ, लेकिन पैसे से आप अपनी बीमारी को दूर नहीं कर सकते। अगर ऐसा होता, तो फिर हमें हाल ही में मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav ), 40 वर्षीय बॉलीवुड व टीवी इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला (Siddharth Shukla), वर्ल्ड क्लास स्पिनर शेन वार्न (Shane warne) की हार्ट अटैक से मौत की खबर सुनने को नहीं मिलती।
हार्ट से जुड़ी रोचक बातें
- दिल हर दिन लगभग 2000 गैलन रक्त पंप करता है।
- दिल का आकार औसतन एक वयस्क की मुट्ठी के बराबर होता है।
- एक दिल हर दिन लगभग एक लाख बार धड़कता है।
- दिल मस्तिष्क या शरीर के बिना कार्य कर सकता है।
- औसतन एक पुरुष का दिल एक महिला के दिल से 2 औंस भारी होता है।
- एक महिला का दिल एक पुरुष के दिल की तुलना में थोड़ा तेज़ धड़कता है।
- औसतन एक सामान्य मानव का दिल एक मिनट में 72 से 80 बार धड़कता है।
हेल्दी हार्ट के लिए करें ये उपाय
- डाइट में फल, सब्जी व साबुत अनाजों को अधिक मात्रा में शामिल करें
- गेहूं की रोटी की जगह बाजरा खाएं
- साल्मन मछली, अखरोट, बादाम, सोयाबीन, अलसी खाएं
- जितनी भूख से 20 फीसदी कम भोजन करें
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
- खुद को तनावमुक्त रखें
- ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर व कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखें
- प्रतिदिन आठ घंटे की पूरी नींद लें
ये लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से करें संपर्क
- छाती में बेचैनी और भारीपन महसूस होना
- छाती में दर्द के साथ साँस फूलने की समस्या
- सीने में जलन और दर्द होना
- शरीर में सूजन होना
हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक कार्डियक अरेस्ट
डॉ. राजन ठाकुर बताते हैं कि हार्ट अटैक में फिर भी जिंदा रहने की संभावना रहती है। लेकिन, कार्डियक अरेस्ट के बाद तो 90 फीसदी लोग मौत के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में हार्ट अटैक आने पर मरीज को लेटाकर उनके कपड़ों को ढीला करना चाहिए। और कार्डियक अरेस्ट आने पर तुरंत सीपीआर देना चाहिए।
कार्डियक अरेस्ट में दिल काम करना बंद कर देता है। इसलिए जब तक मरीज अस्पताल नहीं पहुँच जाता है, तब तक मरीज की छाती को जोर-जोर से दबाने से उसकी जान बच सकती है। देखा गया है कि अगर कार्डियक अरेस्ट होने पर तुरंत सीपीआर दे दिया जाए, तो मरीज के जीवित रहने की संभावना 20-30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
हार्ट डिजीज का खतरा इन्हें ज्यादा होता है
डॉक्टर बताते हैं कि जिन लोगों के फैमली में हार्ट की बीमारियां होती है उन लोगों में इसका जोखिम बाकियों के मुकाबले ज्यादा होता है। इसके साथ ही उन लोगों में हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा होता है जो मोटापे से ग्रसित है, अल्कोहल का सेवन करते, स्मोकिंग करते हैं, हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है, डायबिटीक है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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