सभी निजी कंपनियों की ओर से फोन और इंटरनेट चार्ज मंहगा किए जाने को लेकर सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और केंद्रीय दूर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद में छिड़ गई। प्रियंका ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि अमीर दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए भाजपा सरकार जनता की जेब काट रही है और इसीलिए कंपनियों के लिए काल और डेटा महंगा करने का रास्ता खोल दिया। इसके बाद एक के बाद एक कई ट्वीट के जरिए पलटवार करते हुए रविशंकर ने याद दिलाया कि महंगे काल का जमाना कांग्रेस का था जब 2014 में 1जीबी डेटा के लिए 269 रुपये देने पड़ते थे, अब उसके लिए 12 रुपये से भी कम देने पड़ते हैं।
दरअसल कंपनियों की ओर से जब से चार्ज बढ़ाने का फैसला हुआ है कि कांग्रेस हमलावर है। सोमवार की सुबह प्रियंका ने ट्वीट किया- ‘भाजपा पिछले छह सालों से मोबाइल इंटरनेट और काल सस्ता करने की डींग हांकती थी। अब हवा निकल गई है.।’
रविशंकर ने इसका आंकड़ों के साथ जवाब दिया। उन्होंने कहा-मोबाइल व्यवस्था को लचर बनाने में भ्रष्टाचार से लिप्त कांग्रेस का हाथ है। मोदी सरकार में इसे दुरुस्त किया गया और सरकारी कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल को भी लाभकारी बनाने पर काम हो रहा है। रविशंकर ने लंदन की एक कंपनी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत में प्रति जीबी डेटा अभी भी पूरे विश्व में सबसे कम है।
इस डेटा के अनुसार भारत में प्रति जीबी डेटा 0.26 डालर है जबकि अमेरिका में 12.2 डालर और स्विटजरलैंड में 20.22 डालर है। दूर संचार मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार कंपनियों की ओर से दर बढ़ाने के बावजूद भारत में यह प्रति जीबी 16 रुपये से ज्यादा महंगा नहीं होगा।