निवाड़ी। निवाड़ी के जंगल में लगी भीषण आग, कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ पैदल 15 किमी चल कर बने रीयल हीरो“- सिंहपुरा के जंगल में दोपहर 3 बजे लगी भीषण आग- कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ खुद पहुँचे मौके पर-15-16 किलोमीटर पैदल चले, रात 12ः15 बजे पाया आग पर काबू- झांसी से 3 और ओरछा से 2 दमकलों की मदद- पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया, एसडीओ अनुराग निगवाल, एसडीओपी बघेल और वन विभाग की 150 सदस्यीय टीम मैदान में- 150 एकड़ जंगल में फैली थी आगनिवाड़ी जिले में मंगलवार को एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने सरकारी सेवा की सच्ची परिभाषा दिखा दी। ओरछा तहसील के सिंहपुरा जंगलों में दोपहर 3 बजे भड़की आग ने चारों ओर हड़कंप मचा दिया।
लेकिन जो हुआ उसके बाद, वह प्रशासनिक जिम्मेदारी और मानवता की मिसाल बन गया।जब जंगल धधक रहा था, तब एक अफसर अपने कंधों पर ज़िम्मेदारी का बोझ लेकर आग के बीच कूद पड़ा। कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने सिर्फ फॉर्मलिटी नहीं निभाई, बल्कि 15 किलोमीटर पैदल चलकर आग बुझाने की हर कोशिश में सबसे आगे रहे। आज हम बात कर रहे हैं एक रीयल हीरो की निवाड़ी कलेक्टर की, जिन्होंने इस भीषण संकट की घड़ी में नेतृत्व का ऐसा परिचय दिया, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। निवाड़ी जिले के ओरछा तहसील अंतर्गत सिंहपुरा के जंगलों में बुधवार दोपहर आग भड़क उठी। आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते वह 150 एकड़ जंगल में फैल गई।
सूचना मिलते ही कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ मौके पर रवाना हुए और कई किलोमीटर पैदल चलकर आग के केंद्र तक पहुंचे। वहीं आग पर काबू पाने की अलग-अलग रणनीति बनाई।आग की भयावहता को देखते हुए झांसी से तीन और ओरछा से दो दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुंची। वहीं निवाड़ी के पुलिस अधीक्षक डॉ. राय सिंह नरवरिया, एसडीओपी मनमोहन सिंह बघेल, मध्यप्रदेश पर्यटन के पियूष बाजपेई, एसडीएम अनुराग निगवाल और वन विभाग के रेंजर सहित 150 से अधिक लोगों की टीम आग बुझाने में जुट गई। कलेक्टर जांगिड़ खुद पूरी रात टीम के साथ मौजूद रहे और 15 से 16 किलोमीटर तक पैदल चलकर राहत कार्यों की निगरानी की। रात करीब सवा 12 बजे तक आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।