- PMCH अधीक्षक ने आदेश वापस लिया
- RJD नेता तेजस्वी यादव ने उठाए थे सवाल
बिहार में सीएम आवास पर कोविड-19 हॉस्पिटल नहीं खुलेगा. फजीहत के बाद सीएम नीतीश कुमार ने यू-टर्न ले लिया है. नीतीश कुमार के आवास, एक अणे मार्ग में कोविड-19 हॉस्पिटल खोलने की बात PMCH अधीक्षक की ओर से कही गई थी. अब PMCH अधीक्षक ने आदेश वापस ले लिया है.
दरअसल, सीएम आवास में कोविड-19 हॉस्पिटल खोलने के मुद्दे पर सियासी लड़ाई शुरू हो गई थी. इस मसले को लेकर विपक्ष के नेता हमलावर हो गए थे. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भतीजी के संक्रमित हो जाने के बाद उन्होंने घर में ही वेंटिलेटर युक्त अस्पताल बनवा लिया है, जहां पर 6 डॉक्टर, 2 नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों की फौज लगा दी है.
तेजस्वी ने कहा कि सीएम की कोरोना जांच 2 घंटे में हो जाती है और रिपोर्ट भी आ जाती है. वहीं, 4 महीने के बाद भी आम आदमियों के लिए इस प्रकार की सुविधा क्यों उपलब्ध नहीं है?
तेजस्वी ने टेस्टिंग की संख्या पर भी सरकार को घेरा था. इस मसले पर उनके निशाने पर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी रहे. तेजस्वी ने सरकार को चुनौती दी कि वह साबित करे कि किस दिन 9 हजार टेस्ट हुए. अगर ऐसा है तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा.
नीतीश कुमार ने CM आवास में खुलवाया कोरोना का आधुनिक अस्पताल, तेजस्वी ने कसा तंज
बता दें कि सीएम आवास में कोविड-19 हॉस्पिटल खोले जाने के संबंध में पीएमसीएच के अधीक्षक ने एक पत्र भी जारी किया था. इस पत्र में कहा गया था कि अपर सचिव स्वास्थ्य विभाग द्वारा फोन पर दिए गए निर्देश पर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सीएम आवास पर वेंटिलेटर युक्त अस्पताल का संचालन होना है. यहां 24 घंटे 3 डॉक्टर और 3 नर्स स्टाफ के तौर मौजूद रहेंगे.