- क्लार्क बोले- सचिन को आउट करना बेहद मुश्किल था
- कोहली को तीनों प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार दिया
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि विराट कोहली की बड़े शतक जमाने के प्रति दृढ़ इच्छा सचिन तेंदुलकर जैसी है, जो अपने जमाने के सबसे संपूर्ण बल्लेबाज थे. क्लार्क ने कहा कि उन्हें याद नहीं आता कि जब वह खेला करते थे तब तेंदुलकर की तरह कोई दूसरा संपूर्ण बल्लेबाज था.
क्लार्क ने कहा कि तेंदुलकर को आउट करना मुश्किल था और उनकी तकनीक में कोई खामी नहीं थी. क्लार्क ने ‘बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट’ रेडियो शो में कहा, ‘मैंने जितने बल्लेबाज देखे उनमें संभवत: वह (सचिन) तकनीकी तौर पर सर्वश्रेष्ठ थे. उन्हें आउट करना बहुत मुश्किल था. उनकी कोई कमजोरी नहीं थी, आप केवल उम्मीद कर सकते थे कि वह गलती करें.’
इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान कोहली की भी जमकर तारीफ की ओर उन्हें वर्तमान समय में सभी प्रारूपों का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार दिया. क्लार्क ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अभी वह सभी तीनों प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं. उनका वनडे और टी20 का रिकॉर्ड बेमिसाल है और उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भी दबदबा बनाने का तरीका पता चल गया है.’
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क्लार्क ने कहा, ‘कोहली और तेंदुलकर में एक समानता है. दोनों को बड़े शतक बनाना पसंद रहा है.’ सचिन दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 200 टेस्ट खेले और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाए हैं.
सचिन ने टेस्ट में 51 और वनडे इंटरनेशनल में 49 शतक जमाए. वह दोनों प्रारूपों में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड रखते हैं. उन्होंने 200 टेस्ट मैचों में 15,921 और 463 वनडे में 18,426 रन बनाए. सचिन ने 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहा.