नई दिल्ली. दिल्ली में आयोजित गीता प्रेरणा महोत्सव कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के करीबी रहे जनार्दन द्विवेदी (Janardan Dwivedi) की उपस्थिति के कई मायने निकाले जा रहे हैं. द्विवेदी इस कार्यक्रम में RSS प्रमुख मोहन भगवत (Mohan Bhagwat) के साथ नजर आए. कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे जनार्दन द्विवेदी ने बीजेपी के कई नेताओं, मंत्रियों और धार्मिक गुरुओं के साथ मंच साझा किया. इस कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और जनार्दन द्विवेदी के अलावा लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उपस्थित थे. गीता प्रेरणा महोत्सव का आयोजन ‘जीओ गीता’ नाम के संगठन ने करवाया.
द्विवेदी काफी लंबे समय महासचिव रहे
बता दें कि जनार्दन द्विवेदी काफी लंबे समय तक कांग्रेस महासचिव रहे हैं. यूपीए-1 और यूपीए-2 में जनार्दन द्विवेदी यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के बाद सबसे कद्दावर नेताओं में से एक थे. द्विवेदी ने साल 2018 में स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले ली थी. जनार्दन द्विवेदी ने कई कांग्रेस अध्यक्षों इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और सोनिया गांधी के साथ काम किया है.
अनुच्छेद 370 हटाने का किया था स्वागत
इसी साल मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का जनार्दन द्विवेदी ने स्वागत किया था. द्विवेदी ने कहा था, ‘मेरे राजनीतिक गुरु राम मनोहर लोहिया जी हमेशा इस अनुच्छेद के खिलाफ थे. इतिहास की एक गलती को आज सुधार लिया गया है, भले ही देर से.’ कांग्रेस में रहते हुए द्विवेदी द्वारा मोदी सरकार की तारीफ करने का उस समय भी मतलब निकाले जाने लगे थे. सोशल साइट्स पर उनको बीजेपी ज्वाइन करने की अग्रीम बधाई भी मिलने लगी थी.
प्रणब मुखर्जी के बाद दूसरे नेता जो RSS प्रमुख के साथ दिखे
हालांकि, कांग्रेस से इस समय उन्होंने दूरी बना रखी है. द्विवेदी कांग्रेस के ऐसे दूसरे दिग्गज नेता हैं, जो आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच साझा किया है. इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे प्रणब मुखर्जी ने भी आरएसस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच साझा किया था. प्रणब मुखर्जी ने पिछले साल संघ द्वारा आयोजित विजयादशमी कार्यक्रम में भाग लिया था. प्रणब मुखर्जी का भी गांधी परिवार से नजदीकी संबंध रहा है.