Even after the efforts of the Jhansi government, the farmer is forced to live the life of the Muflissi. In Bundelkhand anyway, the crop of farmers falls victim to divine disaster. Even if it survives, the system is lost. The farmer is troubled by the shortage of fertilizer in Jhansi once again. Due to arbitrariness on Raxa Cooperative Society of Jhansi, fertilizer is not being available for last several days.
Dec 14, 2019 10:24
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झाँसी सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी किसान मुफलिसी की जिंदगी जीने को मजबूर है। बुंदेलखंड में वैसे भी किसानों की फसले दैवीय आपदा का शिकार हो जाती है। अगर बचती भी है तो सिस्टम की भेंट चढ़ जाती है। झाँसी में एक बार फिर हुई खाद की किल्लत से किसान परेशान है। झाँसी के रक्सा सहकारी समिति पर मनमानी के चलते पिछले कई दिनों से खाद नहीं मिल रहा है
मामला बबीना विकासखंड के रक्सा सहकारी समिति का है जहाँ किसानों को समय से यूरिया खाद नही मिल पा रही है। किसानों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हम पिछले हफ्ते भर से परेशान हो रहे हैं यहां का खाद कहां चला जाता है इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है वह पिछले हफ्ते भर से सुबह 10:00 बजे आकर शाम के 4:00 बजे तक बैठते हैं लेकिन उन्हें खाद नसीब नहीं हो रहा है गेहूं की खेती बोने के बाद यूरिया खाद की काफी जरूरत होती है लेकिन यूरिया इस समय सहकारी समितियों पर मिल नहीं रहा है वहीं यह यूरिया बाजार में 300 से ₹400 की ब्लैक मार्केटिंग से मिल रहा है जिस कारण किसान यूरिया लेने में ले नहीं पाते हैं यहां के सचिव रामकिशोर गुप्ता की मनमानी के चलते किसान के सामने एक बड़ी समस्या आ रही है जब सचिव से पूछा गया कि यह खाद बांटने क्यों नहीं आ रहे तो उनका कहना था कि खाद अभी आया नहीं जबकि यहां के किसान बता रहे हैं कि मैं शाम को 6:00 बजे आते हैं और मध्य प्रदेश के किसानों को ब्लैक मार्केटिंग कर ट्रैक्टर ट्रॉली भर भेजा जा रहा है अब देखना है कि शासन इस पर कितनी कार्रवाई करता है क्योंकि इस समय मध्य प्रदेश पड़ोसी राज्य होने के कारण वहां पर खाद की ज्यादा समस्या हो रही है और रक्सा नजदीक होने के कारण किसान रक्सा आकर यहां से मनमाने रेट में खाद ले जा रहे हैं जिससे किसानों के सामने यह समस्या उत्पन्न हो रही है बताया जा रहा है कि कभी कबार तो रात में भी खाद दिया जाता है।