भोपाल: मध्यप्रदेश में पीएससी से उपेक्षित असिस्टेंट प्रोफेसरों की हड़ताल लगातार जारी है। विरोध में मुंडन करवाने के बाद असिस्टेंट प्रोफेसरों की भूख हड़ताल अनवरत जारी है। आज तीसरे दिन भी नीलम पार्क में असिस्टेंट प्रोफेसरों की भूख हड़ताल जारी है। हालांकि मंगलवार रात सीएम कमलनाथ ने पीएससी को अभ्यर्थियों की नियुक्ति पत्र जारी करने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि लोक सेवा आयोग में चयन होने के बावजूद नियुक्ति नहीं मिलने से ये अपना विरोध जता रहे हैं। 3109 असिस्टेंट फ्रोफेसर्स का चयन होने के बाद भी इन्हें ज्वॉनिंग नहीं दी गई है।
15 महीनों से नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे उम्मीदवारों का सब्र का बांध टूट गया है। 24 नवंबर को डॉ भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि महू से पद यात्रा शुरू हुई और शनिवार को भोपाल पहुंची। शनिवार को यात्रा में शामिल लोगों को शहर में प्रवेश नहीं करने दिया गया था। रविवार को यात्रा शामिल लोग शहर में प्रवेश कर गए और नीलम पार्क में जम गए। शनिवार को जहां 27 लोगों ने मुंडन भी कराया था, इनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं।
उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 9037 में से 4727 पद खाली हैं। इनमें से करीब 3379 पदों पर भर्ती के लिए विभाग की डिमांड पर मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कर लगभग 2719 उम्मीदवारों का चयन किया। यह उम्मीदवार पिछले 15 महीनों से नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं।