- PM लगातार राज्यों के सीएम से कर रहे बातचीत
- किसान की खेती को बचाना सरकार की प्राथमिकता
लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के बीच केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि किसानों और आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार पूरी कोशिश कर रही है. आजतक संवाददाता मनजीत नेगी ने नरेंद्र सिंह तोमर से खास बातचीत की.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है, कोरोना को लेकर पूरा देश चिंतित है. प्रधानमंत्री लगातार राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर रहे हैं. सभी चीजों का आकलन कर रहे हैं. वर्तमान परिस्थितियों में सरकार की प्राथमिकता किसान की खेती को बचाना है. उसके लिए जो जरूरी कदम है वो उठाए जा रहे हैं.
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उन्होंने कहा, चाहे फसल कटाई का मामला हो या खरीद का मामला किसानों और मजदूरों की आवाजाही को अनुमति दी गई है. दलहन की फसल 99% कट गई है. गेहूं की कटाई चल रही है. उसमें लोग मजदूरों की कमी महसूस कर रहे हैं. कृषि उपज की खरीद सही तरीके से हो सके इसके लिए केंद्र सरकार ने एफसीआई, नेफेड और दूसरी एजेंसियों को कहा है.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, सरकार मजदूरों की भी चिंता कर रही है. कारखाने बंद होने से निश्चित रूप से मजदूर अपने घर चले गए या कुछ लोग रास्ते में फंसे हुए हैं, लेकिन राज्य सरकारें उनकी और उनके खाने-पीने व चिकित्सा की देखभाल कर रही हैं. खेतिहर मजदूर की वजह से फसल कटाई में कोई दिक्कत नहीं आएगी. लॉकडाउन में फलों की आवाजाही भी मंडी में शुरू हो जाएगी. अब आने वाले दिनों में कुछ ट्रेनें शुरू होने से फलों और सब्जियों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा, फल का जीवन ज्यादा नहीं होता है, इसलिए किसान ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते हैं. भारत सरकार ने देश के सभी कृषि मंत्रियों से बात कर फल कृषकों के लिए एमआईएस स्कीम भी शुरू की है. इसमें 50 फीसदी मदद राज्य की सरकारें देंगी और 50 फीसदी केंद्र सरकार देगी.
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उन्होंने कहा, लॉकडाउन को लेकर जो भी फैसला करना है वह प्रधानमंत्री मोदी को ही करना है, लेकिन देश में आवश्यक कामकाज आर्थिक गतिविधियां भी चलती रहे यह सबकी चिंता है. देश में आर्थिक गतिविधियां शुरू होनी चाहिए. ताकि लोगों का जीवन भी सुरक्षित रहे और आर्थिक गतिविधियां भी आगे बढ़ सकें.