- बीएचयू स्थित हेलीपैड जा रहे थे पीएम मोदी
- संत रविदास गेट के पास दिखाया काला झंडा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. लेकिन उनकी इस यात्रा के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के एक कार्यकर्ता ने उन्हें काला झंडा दिखाया. बाद में पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया.
असल में, प्रधानमंत्री मोदी जंगमबाड़ी मठ में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) स्थित हेलीपैड जा रहे थे. रास्ते में रविदास गेट के पास एक युवक काला झंडा लेकर अचानक उनके काफिले के सामने कूद पड़ा.
युवक के काफिले के सामने आते ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे एसपीजी के जवान बाहर निकल आए और उसे पकड़ लिया. जवानों ने युवक को पुलिस के हवाले कर दिया. बाद में युवक को हिरासत में लंका थाने ले जाया गया. उसकी पहचान समाजवादी पार्टी के एक कार्यकर्ता के रूप में की गई है.
मठ में पूजा-अर्चना की
इससे पहले, प्रधानमंत्री जंगमबाड़ी मठ पहुंचे और पूजा-अर्चना की. उन्होंने श्री जगद्गुरु विश्वराध्य गुरुकुल के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भी भाग लिया और 19 भाषाओं में श्री सिद्धांत शिखमणी ग्रंथ के अनुदित संस्करण और इसके मोबाइल एप्लिकेशन का विमोचन किया.
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इस दौरान उनके साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा भी मौजूद थे. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे.
प्रधानमंत्री ने वाराणसी के इस एक दिवसीय दौरे पर 430 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल सहित 30 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन किया. मोदी ने एक वीडियो लिंक के माध्यम से आईआरसीटीसी की ‘महाकाल एक्सप्रेस’ को भी हरी झंडी दिखाई. देश की पहली ओवरनाइट प्राइवेट ट्रेन तीन ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थलों-वाराणसी, उज्जैन और ओंकारेश्वर को जोड़ेगी.
स्वरोजगार के कुंभ में पहुंच गया हूं
एक काशी, रूप अनेक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि काशी में ये मेरा तीसरा कार्यक्रम है. सबसे पहले मैं अध्यात्म के कुंभ में था. फिर मैं आधुनिकता के कुंभ में गया, बनारस के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. अब मैं एक प्रकार से स्वरोजगार के कुंभ में पहुंच गया हूं. यहां भांति-भांति के कलाकार, शिल्पकार एक ही छत के नीचे हैं. एक-एक धागे को जोड़कर, मिट्टी के एक-एक कण को घटकर, बेहतरीन निर्माण करने वालों के साथ, दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों को चलाने वाले, एक ही छत के नीचे बैठे हैं. सच में, काशी एक है, लेकिन उसके रूप अनेक हैं.
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पीएम मोदी ने कहा कि बदलती दुनिया, बदलते समय, बदलती मांग के अनुसार इन उत्पादों में भी ज़रूरी बदलाव करें. उन्होंने कहा कि इसके लिए इन पारंपरिक उद्योगों से जुड़े साथियों को ट्रेनिंग, आर्थिक मदद, नई तकनीक और मार्केटिंग की सुविधा देनी बहुत ज़रूरी है.