- सीएम अशोक गहलोत ने की आजतक से खास बातचीत
- राजस्थान में अब तक 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग हुई है
कोरोना महामारी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हालात अभी नाजुक हैं. अचानक लॉकडाउन खुला तो पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. केंद्र सरकार हालात के हिसाब से लॉकडाउन को प्लानिंग के साथ हटाए तो बेहतर रहेगा.
आजतक से बातचीत में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी को फॉलो किया जा रहा है, लेकिन हर राज्य की स्थिति अलग-अलग है, वहां की जनता का व्यवहार अलग है. इसलिए राज्य सरकारों का रोल अहम हो जाता है. मेरे हिसाब से राज्य सरकारों को पहले अपने तरीके से निपटना चाहिए और उसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजना चाहिए.
38 जगहों पर कर्फ्यू लगा हुआ है
सीएम गहलोत ने बताया कि पूरे राज्य में अब तक 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. अभी 38 जगहों पर कर्फ्यू लगा हुआ है. इस दौरान हमने बहुत तेजी से लोगों को आइसोलेट किया है. भीलवाड़ा मॉडल पर सीएम ने कहा कि यहां 7 हजार लोग अभी भी क्वारनटीन हैं.
उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा में कोरोना महामारी तेजी से बढ़ने के बाद जिले को पूरी तरह सील कर दिया गया. यहां पूरी तरह आवाजाही पर रोक लगा दी गई. कई जिलों से डॉक्टरों की टीम भी यहां भेजी गई है.
बता दें कि भीलवाड़ा में जब पहली बार कोरोना के पॉजिटिव केस सामने आए तो ऐसा लगा कि जैसे भीलवाड़ा भारत का दूसरा इटली बनने जा रहा है. हालांकि अब हालात बिलकुल बदल चुके हैं और यहां का मॉडल कोरोना से निपटने के लिए नजीर बनता दिख रहा है.
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वहीं, जयपुर के रामगंज में बिगड़े हालात पर सीएम ने कहा कि यहां पूरी सावधानी बरती जा रही है. भीलवाड़ा की तरह यहां भी हालात काबू में आ जाएगा. यहां जमातियों के होने की बात पर गहलोत ने कहा कि अगर ऐसा कुछ पाया जाएगा तो उसकी जांच होगी.
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प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना के खिलाफ ताली-थाली के जरिए दिए गए संदेश पर सीएम गहलोत ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में सभी को एक-दूसरे का साथ देना होगा. कोरोना के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर ही लड़ना होगा.