- चिकत्तन में निकाला विरोध मार्च
- की अमेरिकी कार्रवाई की निंदा
अमेरिका ने ईरानी सेना के जनरल कासिम सुलेमानी को इराक की राजधानी बगदाद में मार गिराया था. इस घटना के बाद अगले दिन शनिवार को अमेरिकी एयरबेस के साथ ही बगदाद में अमेरिकी दूतावास को निशाना बनाया गया. इरान की राजधानी तेहरान की मस्जिद पर लाल झंडा भी फहरा दिया गया, जिसे युद्ध का ऐलान माना जाता है.
इन सबके बीच रविवार को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करगिल में लोगों ने ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मारे जाने को लेकर विरोध मार्च निकाला. इमाम बाड़ा चिकत्तन से शुरू हुआ विरोध मार्च चिकत्तन पुलिस पोस्ट पहुंचकर जनसभा में तब्दील हो गया. प्रदर्शनकारी अमेरिका और इजराइल के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. मार्च में शामिल लोग जनरल सुलेमानी के लिए एकजुटता के नारे भी लगा रहे थे.
नारेबाजी करते लोग
सभा को संबोधित करते हुए आगा सैयद मोहम्मद मुसावी ने जनरल सुलेमानी को शहीद बताते हुए उनके जीवनकाल और इस्लाम के लिए योगदान की चर्चा की. सभा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने अमेरिका की इस कार्रवाई की आलोचना की और ईरान के साथ एकजुटता व्यक्त की.
तीन दिन में कई प्रोटेस्ट
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करगिल क्षेत्र में जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद कई प्रोटेस्ट हुए. पिछले तीन दिन में कई दफे लोग सड़क पर उतरे और अमेरिका की इस कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शित किया. बता दें कि शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद भी लोग सड़क पर उतर आए थे और अमेरिका की इस कार्रवाई का विरोध किया था.