जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने हैदराबाद में हुए दुष्कर्म की घटना पर बयान देते हुए कहा कि, हमारे देश की शिक्षा में नारी का सम्मान नहीं सिखाया जा रहा है। आज स्कूल और कॉलेजों में नारी के सम्मान की बातें नही बताई जाती। रामायण महाभारत की कथाएं नही सुनाई जाती, हम बच्ची को कन्या, महिला को दुर्गा और बुजुर्ग को माँ का दर्जा देते हैंं। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती आगे कहा कि लोगों में अपराध बोध नहीं बचा है, वर्तमान की शिक्षा प्रणाली में संस्कार का भाव नहीं है, हिंदू धर्म में पहले नारी का सम्मान करना सिखाया जाता था लेकिन अब आधुनिक शिक्षा आ गई है, इसलिए मन में लोगों के अपराध का बोध नहीं है। यदि ईश्वर के प्रति संस्कार आपके मन में नहीं होंगे और आपको ईश्वर का डर नहीं होगा, तो आप अपराध करते जाएंगे। उन्होने कहा कि जब आप अपराध करेंगे तो उसे छुपाने दूसरा अपराध करेंगे और जो यह हत्या हुई है यह उसका ही परिणाम है जो बेहद निंदनीय है और कुछ लोग हिंदू समाज को बदनाम कर रहे हैं जबकि हिंदू समाज की संस्कृति सभ्यता को सारा विश्व अपना रहा है।