सीमावर्ती इलाकों में भी बने 614 क्वारेंटीन सेंटर
रायपुर. कोरोना संक्रमण से दूसरे राज्यों के मुकाबले सफलता से निपट रही छत्तीसगढ़ सरकार अब प्रवासी मजदूरों से इस बीमारी के बचाव की तैयारी में जुट गई है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि प्रदेशभर में 16499 क्वारंटाइन सेंटर बनाए जा रहे हैं. सीमावर्ती क्षेत्रों में भी 614 क्वारेंटीन सेंटर बनाए गए हैं.
लॉकडाउन-3 की समाप्ति से पहले देश भर में मजदूरों का पलायन बड़ी समस्या बन कर उभरा है. छतीसगढ़ में भी अन्य राज्यों से मजदूर लौट रहे हैं तो बड़ी संख्या में वो प्रवासी श्रमिक भी हैं, जो किसी और राज्य के निवासी हैं. मजदूरों को भोजन, पानी और छांव मुहैया कराने के प्रयास में सरकार जुटी है. उनके लिए क्वारेन्टीन सेंटर बनाए गए हैं.
छत्तीसगढ़ में भी लगातार यह बात उठ रहा था कि लाखों की संख्या में श्रमिकों का छत्तीसगढ़ लौटना शुरू हो चुका है. हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर राज्य में सफर तय कर रहे हैं. ऐसे संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए इन्हें कैसे क्वारंटीन किया जाएगा. इन तमाम सवालों और अटकलों पर उस वक्त विराम लग गया जब राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशभर में 16499 क्वारंटीन सेंटर बनाने की जानकारी दी. साथ ही मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों में भी 614 क्वारेंटीन सेंटर बनाने की बात साझा की.
पांच लाख से ज्यादा मजदूरों के लिए इंतजाम
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिन 16499 क्वारंटाइन सेंटर्स की जानकारी दी है, उनकी क्षमता 5 लाख 6 हजार पांच सौ पंद्रह है. मसलन छत्तीसगढ़ के वे तमाम श्रमिक जो अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं जिनके वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है. साथ ही प्रवासी श्रमिकों को अब क्वारंटीन करने की समस्या नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि मौजूदा समय में 42350 श्रमिकों को इन केंद्रों में रखा गया है.