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यह सेहत से जुड़ी 5 गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम करने और उनकी चपेट में आने से आप को बचाए रख सकता है। आइए अभी से होने वाले फायदे के बारे में जानते हैं।
दिमाग को शांत रखे
दिमाग को शांत बनाए रखने में भी पद्मासन योग करने का फायदा बड़ी भूमिका निभाता है। इस योगासन को करने के दौरान दिमाग को केंद्रित किया जाता है। यही वजह है कि यह दिमाग को शांत करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करता है। योगसूत्र के नाम से किए गए एक रिसर्च के अनुसार इस बारे में पुष्टि भी की गई है। आप चाहें तो इसका दिन में दो बार (सुबह और शाम) अभ्यास कर सकते हैं।
घुटनों की सेहत रहेगी बरकरार
घुटनों की सेहत का विशेष ध्यान रखने के लिए अगर आप पद्मासन का अभ्यास करते हैं तो यह आपके लिए काफी लाभदायक साबित होगा। इस योगासन करने के दौरान आपके घुटनों में एक विशेष प्रकार के द्रव का रिसाव होता है। कहा जाता है कि अर्थराइटिस और घुटनों में होने वाले दर्द से सुरक्षा प्रदान करने के लिए यह द्रव काफी प्रभावी होता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए है बेस्ट
सबसे पहले यह जान लेना बहुत जरूरी है कि गर्भवती महिलाओं के लिए पद्मासन योग एक बेहतरीन विकल्प होता है। इस योग आसन को करने के लिए महिलाओं को किसी जोखिम का खतरा भी नहीं रहता और वह बड़ी आसानी से पद्मासन के जरिए गर्भावस्था के दौरान होने वाले तनाव और मांसपेशियों की अकड़न को दूर कर सकती हैं।
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अनिद्रा की समस्या हो जाएगी खत्म
अनिद्रा की समस्या कई कारणों से हो सकती है। अगर इसके प्रमुख कारणों की बात की जाए तो इनमें स्ट्रेस का नाम सबसे कॉमन है। स्ट्रेस आमतौर पर सभी लोगों को कभी ना कभी किसी ना किसी बात की वजह से जरूर हो जाता है। जबकि पद्मासन योग का अभ्यास करने के कारण स्ट्रेस को दूर करने में मदद मिलती है। इसका सीधा असर अनिद्रा की समस्या को खत्म करके आपको गहरी नींद दिला सकता है।
शरीर रहेगा ऊर्जावान
अपनी दिनचर्या में किसी भी कार्य को अगर बिना थके पूरा करना है तो आपके शरीर में ऊर्जा की पर्याप्त पूर्ति होनी चाहिए। International Journal Of Yoga के अनुसार, एक अध्ययन में यह देखा गया कि पद्मासन योगमुद्रा का अभ्यास करने से ऊर्जा के स्तर में काफी बढ़ोत्तरी हो सकती है।
पद्मासन योग कैसे करें
- किसी शांत जगह पर योग मेैट बिछाकर उस पर पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
- अपने बाएं पैर को मोड़ें और एड़ी को दाईं जांघ पर रखें।
- अब दाएं पैर को मोड़ें और एड़ी को बाईं जांघ पर रख लें।
- अपने हाथों से ज्ञान मुद्रा बनाएं और उसे घुटनों के ऊपर रख दें।
- अब इसी मुद्रा में बैठकर सामान्य रूप से श्वसन प्रक्रिया को जारी रखें।
- करीब 5 से 10 मिनट तक आप इस योगासन का अभ्यास कर सकते हैं।
- आप चाहें तो इस योगासन को सुबह और शाम दोनों समय कर सकते हैं।
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