10 किलो के पैकेट में डेढ़ से दो किलो तक कम आटा होने की थी शिकायत
कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने उजागर किया घोटाला
ग्वालियर। कोरोना लॉकडाउन के बीच मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को बांटे जा रहे मुफ्त राशन में आटा घोटाले को प्रशासन की क्लीन चिट मिल गई है। लोगों की शिकायत थी कि 10 किलो के पैकेट में 8 किलो तक आटा निकल रहा है।
ग्वालियर से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने यह मामला प्रकाश में आने के बाद पैकेट की जांच करा कर इसे उजागर किया था। हंगामा मचने पर ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्वयं जाकर कई दुकानों पर किया आटे के पैकेट का निरीक्षण, सभी पैकेटों में 9 किलो 500 ग्राम के लगभग आटा पाया गया।
Now flour scam in #MadhyaPradesh.@ChouhanShivraj Govt is distributing flour to poor through fair price shops. People are complaining that 10 kg packets yield only 7 to 8 kg!
— NK SINGH (@nksexpress) April 18, 2020
70 lakh such packets r to be disturbed, says reports! https://t.co/qyyk6iKcI9
कलेक्टर ने जरूरतमंदों को निशुल्क वितरित किए जा रहे आटे के पैकेट में कम आटा निकलने की शिकायत मिलने पर अपर कलेक्टर टीएन सिंह एवं संयुक्त कलेक्टर विनोद भार्गव को जांच अधिकारी नियुक्त किया। इसके साथ ही स्वयं आज शनिवार को शहर की कई उचित मूल्य की दुकानों पर जाकर निरीक्षण किया तथा आटे के पैकेट अपने समक्ष चल बाय गए जिसमें सभी पैकेट 9 किलो 500 ग्राम के लगभग वजन के पाए गए।
कलेक्टर सिंह ने आज बहोड़ापुर स्थित लक्ष्मीपुरम क्षेत्र की दो दुकानें तथा दाल बाजार क्षेत्र में उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण किया तथा आटे के पैकेट अपने समक्ष तुलवा कर दिखाए । इसके साथ ही दाल बाजार क्षेत्र में कल हितग्राहियों को वितरित किए गए आटे के पैकेट उनके घर से मंगवा कर निजी किराने की दुकानों पर तुलवा कर देखे गए सभी पैकटो में 9 किलो 500 ग्राम के लगभग आटा पाया गया।
निरीक्षण के उपरांत कलेक्टर सिंह ने बताया कि सरकार से प्राप्त गेहूं को जिला प्रशासन द्वारा आम नागरिकों की सुविधा को देखते हुए आटे के रूप में परिवर्तित कर ऐसे जरूरतमंदों को वितरित किया जा रहा है, जिनके पास राशन कार्ड आदि नहीं है। इन पैकेटों पर भी अंकित है कि यह पैकेट विक्रय हेतु नहीं है। यह पैकेट केवल निशुल्क जरूरतमंद को ही वितरित किए जा सकते हैं।
कलेक्टर ने बताया कि 10 किलो गेहूं से आटा पिसवाने एवं पैकिंग के बाद जितना आटा चक्की में क्षय होता है, उतनी ही मात्रा में पैकेट में आटा कम है इसीलिए उक्त आटे के पैकेट सही है।
इसके साथ ही कलेक्टर सिंह ने बताया कि गत दिवस वितरित किए गए आटे के पैकेट में आटा कम होने की जो शिकायत आई है उसकी जांच अपर कलेक्टर टी एन सिंह के नेतृत्व में की जा रही है जांच रिपोर्ट आने पर आवश्यक कार्रवाई की जावेगी।
म.प्र. में भाजपा की सरकार आते ही घोटालों का दौर फिर शुरू
— Praveen Pathak (@PRAVEENPATHAK13) April 17, 2020
कई सौ करोड़ रु का “निर्धन निवाला #घोटाला” मप्र के दुर्भाग्य के दिन शुरू,वर्तमान की सरकार के एक मात्र जिम्मेदार व्यक्ति शिवराज सिंह चौहान मौन ,जनता का दर्द सुनेगा कौन।@ChouhanShivraj @OfficeOfKNath @RahulGandhi @digvijaya_28 pic.twitter.com/zMzN9jCnf2