सिंगरौली में वन विभाग की टीम ने पुरैल गांव में दबिश देकर पैंगोलिन की तस्करी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के आठ तस्करों को गिरफ्तार किया है। मौके से यूपी के कई तस्कर फरार हो गए। टीम ने आरोपियों से एक जीवित पैंगोलिन बरामद किया है, जहां भारतीय पैंगोलिन को जीवित अवस्था में मुक्त कराकर वाइल्डलाइफ कन्जर्वेशन ट्रस्ट (W.C.T) के टीम के साथ अनुसुईया प्रसाद गुप्ता, वनरक्षक बीटगार्ड लंघाड़ोड एवं कपिल कुमार मौर्य, वनरक्षक बीटगार्ड ओडगड़ी की ड्यूटी लगा कर पेंच टाईगर रिजर्व में जीवित स्वस्थ हालत में झुड़वाया गया।बता दें कि पिछले दिनों वन विभाग ने पैंगोलिन की तस्करी करने वाले चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था। जहां पकड़े गए तस्करों से वन विभाग,पुलिस टीम कि संयुक्त पूछताछ में पैंगोलिन तस्करी से जुड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह 5 तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। सभी पकड़े गए आरोपियों में आठ आरोपी सिंगरौली जिले के हैं जबकि दो आरोपी उत्तर प्रदेश के और एक आरोपी झारखंड राज्य का है।
डीएफओ अखिल बंसल ने बताया कि तस्कर ना केवल वन्यप्राणी पैंगोलिन (केहट) की तस्करी ते थे बल्कि उल्लू रेप्टाइल सहित छोटे वन्यजीवों की तस्करी करते थे। वन्यजीवों के अवैध व्यापार के सम्बन्ध में प्राप्त सूचना के आधार पर टीम गठित करते हुए एक पैंगोलिन के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं आरोपियों के निशानदेही के आधार पर सीजी वन मंडल सेदो आरोपी और बैढ़न से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं थाना चोपन जिला सोनभद्र (उ.प्र.) में आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी गई लेकिन आरोपी फरार होने में सफल हो गयें। जबकि एस.टी.एफ. जबलपुर एवं वन परिक्षेत्र बरगवॉ के संयुक्त टीम भारतीय पैंगोलिन के अवैध व्यापार में शामिल रियाजुद्दीन अंसारी पिता बाजिद अली निवासी ठरकिया जिला गढ़वा झारखण्ड को गिरफ्तार किया गया है । पैंगोलिन तस्करी के मामले में अभी तक कुल 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकीं है। प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही प्रचलन में है।इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी जगनारायण पिता लखपती सिंह गोंड़, सुरेन्द्र पिता विष्णू बहादुर सिंह गोड़, निवासी बम्हनी थाना-तहसील सरई, अदान सिंह पिता लक्षनधारी सिंह निवासी मकरी थाना- सरई, भोला यादव पिता रामलल्लू यादव निवासी खुरमुचा थाना- चितरंगी, अमरकेश वैश्य पिता मोतीलाल वैश्य निवासी सिद्धीकला थाना बैंढ़न, जगजीवन लाल पनिका पिता रामाधीन पनिका निवासी तियरा थाना बैंढ़न,सत्यलाल विश्वकर्मा पिता धनपती विश्वकर्मा निवासी भौराँ थाना अमिलिया सीधी,विजयलाल पिता स्व. नारायणलाल श्रीवास्तव निवासी शक्तिनगर, थाना शक्तिनगर, जिला सोनभद्र उत्तर प्रदेश का निवासी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए है कीमत शक्तिवर्धक दवाइयों में पैंगोलिन के अंगों का इस्तेमाल किया जाता है। इसीलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में जिंदा पैंगोलिन की कीमत करोड रुपए है। सूत्रों का दावा है कि जीवों की चीन में खासी डिमांड है। मध्य प्रदेश से पैंगोलिन की तस्करी कर नेपाल के रास्ते चीन के बाजार में इन्हें बेचा जाता है। हालांकि अभी तक वन विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय तस्करी की बात नहीं कही है लेकिन पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले खुला से होने की संभावना है।