मऊगंज जिले में नकली सीमेंट बनाने के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने जयकरा गांव के जंगल में छापेमारी कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने मौके से 435 बोरी डस्ट और 710 बोरी सीमेंट बरामद की है, आरोपी ओरिजनल सीमेंट में डस्ट मिलाकर कालाबाजारी कर रहे थे।जहां असली सीमेंट का कुछ प्रतिशत और ज्यादातर डस्ट मिलकर कई जानी-मानी कंपनियों के सीमेंट बैग तैयार किए जाते थे।
दरअसल यह नकली सीमेंट कंपनी मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत, जयकारा जंगल जोधपुर टोला में संचालित हो रही थी। नकली सीमेंट कंपनी के कर्मचारी असली कंपनी के बैग में नकली सीमेंट भरने के काम में व्यस्त थे। उसी वक्त मऊगंज एसडीओपी अंकिता सुल्या अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंच गई जिसके बाद भगदड़ का माहौल निर्मित हो गया। मुखबिर की सूचना के बाद मऊगंज एसडीओपी अंकिता सुल्या ने पूरे मामले की पड़ताल की और फिर अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर तीन तरफ से जंगल में घेराबंदी कर दी। इस दौरान चार मजदूर सहित एक मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है। जब एसडीओपी ने मौके पर पहुंचकर नकली सीमेंट कंपनी का मुआयना किया तो वह खुद भी हैरान रह गई। दरअसल नकली सीमेंट कंपनी में कुछ हिस्सा असली सीमेंट और बाकी का 70% से अधिक हिस्सा डस्ट मिलकर एसीसी सीमेंट और परफेक्ट सीमेंट कंपनी की बोरियां तैयार की जा रही थी। यह मिलावट खोर नकली सीमेंट बनाने के लिए अल्ट्राटेक कंपनी की ओरिजिनल सीमेंट का उपयोग करते थे। जिसमें डस्ट यानी फ्लाई यस मिलाकर नकली और मिलावट युक्त सीमेंट तैयार की जाती थी।
यह नकली सीमेंट रीवा और मऊगंज के साथ उत्तर प्रदेश में हार्डवेयर संचालक और सरकारी ठेकेदारों से साथ गांठ कर उन्हें सप्लाई की जाती थी। इसके अलावा घर बनवाने वाले भोले भाले-लोगों को भी यह जुगाड़ू सीमेंट बताकर सस्ते दाम में सीमेंट बेचा करते थे। नकली सीमेंट कंपनी के दो सरगना का नाम सामने आया है दोनों पार्टनरशिप में यह नकली सीमेंट बनाने का कार्य लंबे अरसे से कर रहे थे। जिसमें से पुलिस के मुताबिक रावेन्द्र मिश्रा निवासी कटरा और कमलेश गुप्ता निवासी घूमा कि यह नकली सीमेंट कंपनी बताई जा रही है। पुलिस ने मौके से अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी की ओरिजिनल 225 बोरी सीमेंट, 190 बोरी डस्ट, 600 बोरी मिलावटी सीमेंट जो एसीसी और परफेक्ट बोरियों में पैक था। इसके अलावा पुलिस ने भारी मात्रा में खाली बोरियों को भी जप्त किया है।
बाइट: रसना ठाकुर, मऊगंज एसपी