ललितपुर। आम आदमी पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी मुरारी लाल जैन की रविवार की देर रात मोहासा रेलवे स्टेशन के पहले ट्रेन दुर्घटना में मौत हो गई। उनका शव नारायणी नदी के रेलवे पुल के नीचे पत्थरों पर संदिग्ध हालात में पड़ा मिला। वह पुष्पक एक्सप्रेस से लखनऊ से लौट रहे थे और ललितपुर में नहीं उतरने की वजह से आगे चले गए थे। मध्य प्रदेश पुलिस ने बीना में उनके शव का पोस्टमार्टम कराया। कस्बा जाखलौन निवासी मुरारी लाल जैन (58) पुत्र स्व. सेठ शिवप्रसाद जैन आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश सह प्रभारी थे। वह लखनऊ में आम आदमी पार्टी की बैठक में शामिल होने गए थे। रविवार को वह लखनऊ से पुष्पक एक्सप्रेस से ललितपुर के लिए रवाना हुए। देर रात करीब 3.12 बजे ट्रेन ललितपुर आई, लेकिन वह नींद लग जाने के कारण ललितपुर में नहीं उतर सके और आगे चले गए। इस पर उन्होंने अपने भतीजे विवेक को करीब साढ़े तीन बजे मोबाइल फोन से बताया कि वह ललितपुर नहीं उतर सके हैं और धौर्रा के पास पहुंच रहे हैं, यदि ट्रेन धीमी हुई तो उतर जाएंगे। वह गाड़ी लेकर आ जाए, उन्हें धौर्रा रेलवे स्टेशन से लिवा ले जाए।
इसके कुछ देर बाद जब भतीजे ने फोन लगाया तो उनका मोबाइल नहीं लगा और लगातार फोन लगाने के बाद भी उनसे संपर्क नहीं हो सका।
सुबह धौर्रा व मोहासा रेलवे स्टेशन के मध्य नारायणी नदी के पुल से बीना से ललितपुर आने वाली रेलवे लाइन के नीचे उनका शव सिर के बल उल्टा पड़ा मिला। उनका बैग फटा पड़ा मिला, जबकि उनका मोबाइल व घड़ी पास में ही पड़े थे। जब उनके भतीजे से मोबाइल फोन पर बात हुई तो वह बीना की ओर जा रहे थे, जबकि उनका शव बीना से ललितपुर आने वाली रेलवे लाइन के नीचे की ओर नारायणी नदी में पत्थरों पर पड़ा मिला।
आप पार्टी ने मुरारी लाल जैन की मौत उठाए सवाल
आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक हरदयाल सिंह लोधी ने सवाल उठाते हुए बताया कि मुरारी लाल जैन जब ललितपुर से बीना की ओर पुष्पक एक्सप्रेस में जा रहे थे तो उनका शव विपरीत ट्रैक (बीना से ललितपुर आने वाली लाइन के नीचे) नदी में पड़ा मिलना मामले की संदिग्धता को दर्शाता है। इतने ऊंचाई के पुल से रैलिंग के बीच से गिरने के बाद भी उनके शरीर में अधिक खरोंच तक नहीं पाई गई, हालांकि उनका एक हाथ और पैर टूटा पाया गया। उनका एक पुत्र व एक पुत्री है। उनका अंतिम संस्कार जाखलौन में आज मंगलवार को किया जाएगा।