चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के प्रक्षेपण से जुड़ी जानकारी सामने आई है. चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का संभावित कार्यक्रम 2021 की पहली छमाही में कार्यान्वित करने की योजना है. सरकार ने संसद में यह जानकारी दी है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में यह जानकारी दी. रविकुमार डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि चंद्रयान-3 की तैयारी इससे पहले प्रक्षेपित चंद्रयान-2 से सबक लेते हुए की गई है. इसमें खासतौर पर डिजाइन, क्षमता उन्नयन सहित अन्य बातों का ध्यान रखा गया है. मालूम हो कि पिछले साल ISRO ने चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण किया था. हालांकि इस मिशन के तहत विक्रम लैंडर का चांद की सतह पर उतरने से पहले ही संपर्क टूट गया था.
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बता दें कि हाल ही ISRO के प्रमुख के. सिवन ने बताया था कि सरकार की मंजूरी के बाद चंद्रयान-3 की परियोजना पर काम जारी है. उन्होंने यह भी बताया था कि इसे अगले साल 2021 में इसे लॉन्च किया जा सकता है. इसरो प्रमुख ने कहा था कि ‘हमने चंद्रयान-2 पर अच्छी प्रगति की है, भले ही हम सफलतापूर्वक लैंड नहीं कर सके, ऑर्बिटर अभी भी काम कर रहा है, इसके अगले 7 वर्षों के लिए विज्ञान डेटा का उत्पादन करने के लिए कार्य किया जा रहा है.’
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इसरो प्रमुख के. सिवन ने कहा था कि चंद्रयान-2 के साथ चंद्रमा पर फतह हासिल करने की देश की कोशिशों की दास्तान खत्म नहीं हो गईं हैं और अंतरिक्ष एजेंसी निकट भविष्य में सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगी.
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