न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में ताईवान की भागीदारी के समर्थन में शुक्रवार को अमेरिका ने ट्वीट किया जिस पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और अपना विरोध दर्ज कराया है.
अमेरिकी दूतावास की तरफ से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि 193 सदस्यीय वैश्विक संगठन का निर्माण हर किसी की सेवा के लिए किया गया था, जिसमें विभिन्न विचारों और पहलुओं का स्वागत है और मानवाधिकारों को बढ़ावा देना है.
ट्वीट में कहा गया है, ‘संयुक्त राष्ट्र में ताईवान का आना न केवल ताईवान के लोगों के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों के अनुरूप है.’
.@UN was founded to serve as a venue for all voices, a forum that welcomes a diversity of views & perspectives, & promotes human freedom. Barring #Taiwan from setting foot on UN grounds is an affront not just to the proud Taiwanese people, but to UN principles. #TweetForTaiwan
— U.S. Mission to the UN (@USUN) May 1, 2020
ये ट्वीट अमेरिका के राजदूत केली क्राफ्ट ने किया है.
कोरोना वायरस महामारी को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चीन की आलोचना के बाद अमेरिकी प्रशासन ने ताईवान का मुद्दा उठाया है.
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चीन ताईवान पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है और अपने राजनयिक प्रभुत्व के जरिए इस द्वीपीय राष्ट्र को किसी भी संगठन में शामिल होने से रोकता है, जहां सदस्यता राष्ट्रों को मिलती है.
संयुक्त राष्ट्र मिशन में चीन के प्रवक्ता ने अमेरिकी दूतावास के ट्वीट को महासभा के प्रस्ताव का गंभीर उल्लंघन करार दिया है.
प्रवक्ता ने कहा, ‘यह चीन के अंदरूनी मामलों में गंभीर हस्तक्षेप है और इससे 1.4 अरब के चीन के नागरिक आहत हुए हैं. दुनिया में केवल एक चीन है.’
इनपुट: एजेंसी