योग करने के फायदों के बारे में हम सभी ने सुना और पढ़ा है। हममें से अधिकतर लोग अपनी फिटनेस और हेल्थ को ध्यान में रखते हुए, जब भी वक्त मिलता है तब योगासन जरूर करते हैं। लेकिन आज हम यहां उन दो योगासनों के बारे में बात करेंगे जो हमारे चेहरे की स्किन को यूथफुल रखने में मदद करते हैं। हमें खुश रहने में मदद करते हैं और साथ ही डिप्रेशन से दूर रखने का काम भी करते हैं। इन आसनों के नाम है शशकासन और हस्पादासन।
पहले जानें कैसे करते हैं डिप्रेशन पर काम?
-सबसे पहले यह जानना होगा कि आखिर योगासन हमें डिप्रेशन से दूर रखने का काम किस तरह करते हैं। खासतौर पर हस्तपादासन और शशकासन का नाम हम यहां क्यों ले रहे हैं? ऐसा इसलिए है कि इन दोनों ही योगासनों को करते समय हमारे चेहरे और सिर की नर्ब्स में खिंचाव होता है।
-नर्ब्स में खिंचाव के दौरान हमारे शरीर में ब्लड का फ्लो बढ़ता है। इन योगासनों के दौरान खासतौर पर ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन की प्रक्रिया तेज होती है। इससे ब्रेन में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और हम खुद को रिलैक्स फील करते हैं।
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-जब ब्रेन और बॉडी रिलैक्स रहते हैं तो हमारे शरीर में डोपामाइन, एंडोर्फिन और एस्ट्रोजन जैसे हैपी हॉर्मोन्स का स्तर बढ़ता है। यदि इन सभी हॉर्मोन का सीक्रेशन सही तरीके से होता रहे तो स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसे मानसिक रोग कभी हमें अपनी गिरफ्त में नहीं ले सकते हैं।
शशकासन करने का तरीका और लाभ
शशकासन को शशांक आसन भी कहते हैं। इस योग मुद्रा के दौरान शरीर खरगोश के समान आकृति में आ जाता है इसलिए इसे शशकासन कहते हैं। संस्कृत भाषा में खरगोश को शशक: कहा जाता है, इसी आधार पर इस आसन का नाम शशकासन पड़ा।
ऐसे करें शुरुआत
शशकासन करने के लिए पहले आप पालथी लगाकर बैठ जाए। जिसे चौकड़ी लगाना भी कहते हैं और योग की दुनिया में इसे पद्मासन कहते हैं।
-अब अपने घुटनों को थोड़ा-सा लूज छोड़ें और दोनों हाथों को फैलाते हुए ऊपर की तरफ ले जाएं।
शशकासन करने का सही तरीका
– इस दौरान आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए। ऊपर की तरफ हाथ ले जाते हुए सांस अंदर भरें।
– अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को आगे की तरफ लाएं। इस दौरान आपकी चिन यानी ठोड़ी फर्श पर टिकाने का प्रयास करें।
– ध्यान रखें कि जरूरी नहीं हर आसन आप पहली ही बार में पर्फेक्ट पोश्चर में कर पाएं। जैसे-जैसे मसल्स रिलैक्स और लूज होती रहेंगी आपके पोज बेहतर होते रहेंगे। आप इस आसन को एक वक्त में 4 से 5 बार कर सकते हैं।
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अब तक तो हमने शशकासन करने के तरीके की बात की अब बात करते हैं कि ये आपके स्किन का ग्लो कैसे बढ़ाता है। दरअसल, जब हम इस आसन को करते समय पूरी तरह शशक के पोश्चर में आ जाते हैं तो हमारे चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव होता है, चेहरे पर प्रेशर पड़ता है। इस दौरान फेस मसल्स की एक्सर्साइज होती है और इनमें ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जिससे स्किन ग्लोइंग बनती है।
हस्तपादासन यानी हाथों से पंजों को छूना
इस आसन का नाम भी हस्तपादासन इसके पोश्चर के कारण पड़ा है। दरअसल, संस्कृत भाषा में हाथों को हस्त और पैरों को पाद कहा जाता है। इस आसन के समय हम अपने हाथों से पैरों की पिंडलियों को पकड़ते हैं। इसलिए इसका नाम हस्तपादासन पड़ा।
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हस्पादासन करने की विधि
-योग मैट्रेस या किसी दरी को फ्लोर पर बिछाकर उस पर सीधे खड़े हो जाएं और पहने दोनों पैरों को आपस में मिला लें।
– अब दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाते हुए सांस अंदर भरें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए कमर को आगे की तरफ बैंड करें और अपने हाथों से पैरों के निचले हिस्से को पकड़ने का प्रयास करें।
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– इस स्थिति में जितनी देर रह सकते हैं रहें। आप इस प्रक्रिया को 5 से 6 बार दोहरा सकते हैं।
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शशकासन के दौरान हमारी नेक और फेस की मसल्स पीछे की तरफ खींचती हैं और इस दौरान उन पर दबाव पड़ता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जबकि हस्तपादासन करते समय ब्लड का सर्कुलेशन हमारे चेहरे की तरफ खुद-ब-खुद बढ़ जाता है। इससे स्किन ग्लोइंग और यूथफुल बनती है।
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