हनी ट्रैप मामले में इंदौर पुलिस के चालान में चौंकाने वाली कई जानकारी सामने आ रही है। पुलिस ने घटना के खुलासे के बाद आरोपी श्वेता विजय जैन और आरती दयाल के चंगुल में फंसी महिलाओं और युवतियों के भी बयान लिए थे। श्वेता की सहेली प्रीति सिंह और शिखा तिवारी नामक महिलाओं के भी बयान चालान में पेश किए हैं। प्रीति ने बयान में बताया कि श्वेता उससे कहती थी कि मेरे कई आईएएस अफसराें से संबंध हैं। उनके पास जाओ अाेा, उनके वीडियाे बनाअाे।
पूजा भी थी श्वेता की दोस्त, उसने आत्महत्या कर ली
मैं श्वेता विजय को तीन-चार साल से जानती हूं। शिखा तिवारी नामक महिला ने मुझे उससे मिलवाया था। वह मुझे अक्सर इमोशनल होकर बोलती थी कि कब तक पति-ससुर की कमाई पर निर्भर रहोगी? स्वावलंबी बनो। मेरे पास बहुत से काम हैं, जिनको तुम आराम से कर काफी पैसा कमा सकती हो। वह कहती थी कि मेरे कई आईएएस अफसरों से अच्छे संबंध हैं। तुम उनके पास जाओ और उनके वीडियो बनाकर लाओ। श्वेता विजय लड़कियों को फंसाने के बाद उनका ब्रेनवाॅश करने में माहिर थी। लड़कियां उसके साथ अाने काे तैयार हो जाती थीं तो वह उन्हें खूबसूरत दिखाने के लिए भाेपाल में उसके मिनाल रेसीडेंसी स्थित घर के पास मीना पार्लर में ले जाती थी।
वहां कोई पूछता कि इन लड़कियों को यहां क्यों लाई हो तो श्वेता बोलती थी कि आज इन लड़कियों का इंटरव्यू है। इसलिए मेकअप कराने के लिए यहां लाई हूं। श्वेता की दोस्तों में पूजा नामक महिला भी थी। करीब एक साल पहले श्वेता मिली तो उसने मुझे बताया कि पूजा ने आत्महत्या कर ली है। मैंने कारण पूछा तो बोली कि पति से उसकी अनबन चल रही थी। इसलिए आत्महत्या कर ली। मैंने एक बार दूर से पूजा को श्वेता विजय के घर पर देखा था। (प्रीति सिंह ने जैसा पुलिस को बयान में बताया)
टिकट की दावेदार थी, किसी ने नकली एमएमएस बना लिया
मेरी श्वेता विजय और प्रीति सिंह से दोस्ती भी रही। श्वेता विजय जैन से मेरी पहचान होने के बाद वह मुझसे व्यक्तिगत बातें भी साझा करने लगी थी। श्वेता ने सागर छोड़कर भोपाल आने के पीछे कारण बताया कि सागर में वह भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता थी। पार्टी में उसका महत्व बढ़ गया था। वह पार्टी के टिकट से विधायक की दावेदार हो गई थी। प्रतिस्पर्धा के चलते उसका नाम खराब करने के लिए एक नकली एमएमएस बनाया गया। किसी मंत्री या विधायक ने उसका वीडियो सागर में वायरल करवा दिया था। इस कारण भोपाल आ गई।
मोनिका यादव और आरती दयाल भी श्वेता विजय के साथ रहती थी। दोनों लड़कियां जब घर से बाहर निकलकर खड़ी रहती थीं तो श्वेता विजय उन्हें आवाज लगाकर बोलती थी कि घर के अंदर चलो। पढ़ाई नहीं करना है क्या? दरअसल, श्वेता मोनिका और आरती को किसी से बात नहीं करने देती थी। उसकी दोस्त प्रीति सिंह से एक बार सरेआम झगड़ा हो गया था। मैंने श्वेता से पूछा कि झगड़ा क्यों हो गया तो वह बोली कि प्रीति ने मेेरा मोबाइल फोन चुरा लिया है। फिर मैंने प्रीति से पूछा कि तुम दोनों का झगड़ा क्यों हो गया तो प्रीति ने मुझसे कहा कि तुम ही श्वेता से जाकर पूछ लो। तुम तो उसकी बहुत खास हो। इसके बाद मेरी दोनों से बातचीत बंद हो गई।’
शिखा तिवारी ने जैसा पुलिस को बयान में बताया