- प्रदर्शनकारियों ने कहा- जनता का ध्यान भटकाने के लिए शुरू की जा रही जंग
- US ने बगदाद में एयर स्ट्राइक में ईरान के कमांडर सुलेमानी को दिया था मार
ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के खिलाफ वॉशिंगटन में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और ईरान से जंग नहीं छेड़ने की अपील की. अमेरिका ने दो दिन पहले ईरान के सबसे ताकतवर कमांडर कासिम सुलेमानी को एयर स्ट्राइक में मार दिया था. इसके बाद बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला किया. हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच जंग के हालात पैदा हो गए हैं. यूरोपीय संघ के अलावा कई पश्चिमी देशों ने दोनों देशों से तनाव कम करने का आग्रह किया है.
व्हाइट हाउस के सामने शनिवार को तकरीबन 200 लोग जमा हुए और अमेरिकी कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी वामपंथी विचारधारा के बताए जा रहे हैं. लोगों ने नारे लगाकर अमेरिका को मध्य पूर्व से निकलने को कहा. प्रदर्शनकारियों ने नारे में कहा- इंसाफ नहीं तो शांति नहीं, मध्य पूर्व से निकले अमेरिका.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शुक्रवार को सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका के 70 शहरों में अब तक मार्च निकाले जा चुके हैं. व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, ‘हम नहीं चाहते हमारे देश को बिना वजह एक और जंग में झोंका जाए.’ प्रदर्शनकारी बाद में ट्रंप इंटरनेशनल होटल की ओर निकल गए. यह जगह राष्ट्रपति आवास से कुछ ही दूरी पर है. सैम क्रूक नाम के एक प्रदर्शनकारी ने हाथों में तख्ती लिए ट्रंप प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. तख्ती पर उसने लिखा था कि लोगों का ध्यान भटकाने के लिए जंग की शुरुआत (Need a distraction? Start of a war).
सैम क्रूक ने मीडिया से बातचीत में ट्रंप को मानसिक रूप से अस्थिर बताया और कहा कि अमेरिका अभी ऐसे शख्स के हाथ में है, जो मानसिक तौर पर अस्थिर है. मेरा इशारा डोनाल्ड ट्रंप की ओर है. क्रूक ने एएफपी से कहा कि उस इंसान के पास दिमाग नहीं है. हर बात पर उसकी टिप्पणी बचकानी होती है. प्रदर्शनकारी ने कहा कि ट्रंप अनजाने में यह कर रहे हैं और वास्तव में वे ऐसा नहीं चाहते हैं, लेकिन मध्य पूर्व एक बड़े टकराव की ओर बढ़ता दिख रहा है.
शिरीन नाम की एक महिला ने कहा कि अमेरिका और ईरान में लड़ाई छिड़ सकती है, क्योंकि ईरान ने सुलेमानी की मौत का बदला लेने की बात कही है. शिरीन ने कहा कि इराक में बेवजह छेड़े गए युद्ध के पीछे हमने खरबों डॉलर खर्च कर दिए. इतना ही नहीं, अफगानिस्तान में अब तक की सबसे बड़ी लड़ाई चल रही है.
शिरीन ने कहा कि 2003 में इराक पर अमेरिकी हमले ने उस पूरे क्षेत्र को अशांत कर दिया और ईरान को मजबूती दे दी. ईरान आज की तारीख में इराक में बड़ा राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक ताकत के रूप में उभरा है. एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि जंग दोबारा चुनाव जीतने की रणनीति नहीं हो सकती.