सिंधिया के टाइगर जिंदा है बयान से सियासी भूचाल
भोपाल। कांग्रेस से बीजेपी में आए वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का “टाइगर जिंदा है” बयान सियासी गुल खिला रहा है। इसका जवाब देने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से लेकर कई नेता मैदान में कूद पड़े हैं।
मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद कल सिंधिया ने कहा था कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जान लें टाइगर अभी जिंदा है। शाम को बीजेपी दफ्तर में हुई मीटिंग और आज वर्चुअल रैली में भी उन्होंने यह बयान दोहराया।
सिंधिया से पहले दिसंबर 2018 में शिवराज सिंह ने टाइगर जिंदा है बात खुद के लिए कही थी म जिसकी कांग्रेसियों ने खूब हंसी उड़ाई थी, लेकिन 15 महीने में ही वे कमलनाथ सरकार को उखाड़ कर टाइगर साबित हुए।
मध्य प्रदेश के विकास, प्रगति, उन्नति और मेरे प्रदेशवासियों की रक्षा के लिए टाइगर अभी ज़िंदा है। pic.twitter.com/PEIi2vH7mj
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 2, 2020
बहरहाल सिंधिया को सबसे पहला जवाब दिग्विजय सिंह ने दिया। उन्होंने कहा कि एक जंगल में दो शेर नहीं रह सकते। दिग्गी राजा ने ज्योतिरादित्य को याद दिलाया कि वे (दिग्विजय) स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के साथ टाइगर का शिकार किया करते थे।
जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूँ।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 3, 2020
शेर का सही चरित्र आप जानते हैं? एक जंगल में एक ही शेर रहता है!! pic.twitter.com/i7PJzmPFAJ
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 3, 2020
इस जंग में पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी भी कूद पड़े, जिन्हें सिंधिया ने अपने मंच से कांग्रेस प्रवेश कराया था। दिग्विजय और अजय सिंह के विरोध के चलते चतुर्वेदी का टिकट का मामला अटका हुआ है और सिंधिया कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आ गए हैं। चतुर्वेदी ने सियासी शेरों की इस जंग में खरगोश जैसे आम प्राणियों के जीवन को खतरे में बताया है।
पूर्व मंत्री उमंग सिंघार एक कदम और बढ़ गए। उन्होंने पूछा कि टाइगर अब तक आस्तीन में क्या कर रहा था। बता दें कि कमलनाथ सरकार में वन मंत्री सिंघार दिग्विजय सिंह के कट्टर विरोधी थे और सिंधिया के करीबी, लेकिन सरकार गिरने के बाद उनका रुख बदल गया।
अगर टाइगर हो तो अब तक आस्तीन में क्यों थे ? @INCMP @INCIndia @RahulGandhi @priyankagandhi @BJP4MP https://t.co/HDLYLB0jgk
— Umang Singhar (@UmangSinghar) July 3, 2020
इस मामले में सबसे तीखी प्रतिक्रिया दी है पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने। नाथ ने कहा कि शेर कई प्रकार के होते हैं। जंगल का टाइगर, सर्कस का टाइगर और एक होता है पेपर (कागजी) टाइगर। उसी तरह घोड़े भी होते हैं। शादी में सज धज कर नाचने वाले घोड़े और रेस के घोड़े। उन्होंने कहा- मैं महाराजा नहीं हूं, मैं मामा नहीं हूं, मैंने कभी चाय नहीं बेचीं, मैं तो बस कमलनाथ हूं। कई लोग कहते हैं कि मैं टाइगर हूं। मैं तो न टाइगर हूं और न पेपर टाइगर। प्रदेश की जनता तय करेगी कौन क्या है?
मैं महाराजा नहीं हूं ,मैं मामा नहीं हूं , मैंने कभी चाय नहीं बेची , मैं तो बस कमलनाथ हूँ।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 3, 2020
कई लोग कहते हैं कि मैं टाइगर हूं।
मैं तो ना टाइगर हूं , ना पेपर टाइगर हूं , अब यह तो प्रदेश की जनता तय करेगी , कौन क्या है ? pic.twitter.com/vv4Ldg1iDE
मध्यप्रदेश में नेताओं की नोंक झोंक #टाइगर से होती हुयी #घोड़े तक पहुँची @JM_Scindia के #टाइगर_अभी_जिंदा_है पर @OfficeOfKNath ने कहा काग़ज़ के टाइगर है या सर्कस के #घोड़े भी रेस के और शादी के होते हैं @abpnewshindi @manojkhandekar @Pankaj___Sharma @Anurag_Dwary @PrabhuPateria pic.twitter.com/hZLZZPjgXB
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) July 3, 2020