देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है. दिल्ली में 8 फरवरी को सभी 70 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे, 11 फरवरी को चुनाव नतीजों का ऐलान होगा. राजधानी में सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी का मुकाबला एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से है. इसके साथ ही जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने हिंसा के लिए आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है. पढ़ें सोमवार शाम की 5 बड़ी खबरें.
1. Delhi Election: दिल्ली में 8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, 11 फरवरी को होगा नई सरकार का फैसला
देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है. चुनाव आयोग ने सोमवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसी के साथ राजधानी में आचार संहिता लागू हो गई है. दिल्ली में 8 फरवरी को सभी 70 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे, 11 फरवरी को चुनाव नतीजों का ऐलान होगा. राजधानी में सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी का मुकाबला एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से है.
2. JNU हिंसा पर बोलीं छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष- पूरी प्लानिंग से किया गया हमला
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने हिंसा के लिए आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि पिछले 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर्स हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए हिंसा भड़का रहे थे. यह एक सुनियोजित हमला था. वे लोगों को बाहर निकाल-निकालकर हमला कर रहे थे. आइशी ने कहा कि जेएनयू सिक्योरिटी और हमलावरों के बीच साठ-गांठ थी, जिसकी वजह से उन्होंने हिंसा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
3. चुनावी बिगुल बजते ही बोले केजरीवाल- AAP का काम बेहतर, मैं बीजेपी-कांग्रेस से भी मांगूंगा वोट
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि दिल्ली में मैंने सबके लिए काम किया है, मैंने सभी के लिए मुख्यमंत्री के तौर पर काम किया है. सीएम केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में बीजेपी को पुलिस, निगम और डीडीए संभालने की जिम्मेदारी दी है.
4. JNU हिंसा पर बोले निशंक- शैक्षणिक संस्थानों को नहीं बनने देंगे सियासी अखाड़ा
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हिंसा को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जेएनयू में जो कुछ भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने बताया कि आज एचआरडी सचिव ने जेएनयू के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम शैक्षिक संस्थान को राजनीतिक अड्डा नहीं बनने देंगे.
5. कुछ ही दिनों में आएगा मोदी सरकार का चुनौतीपूर्ण बजट, वित्त मंत्री की होगी कठिन परीक्षा
वित्त वर्ष 2020-21 का बजट ऐसे समय में पेश होगा जब मोदी सरकार इकोनॉमी के मोर्चे पर कई तरह की चुनौतियों से जूझ रही है. जीडीपी ग्रोथ छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है और मांग में कमी की वजह से कारोबारियों में निवेश के लिए उत्साह नहीं है. पिछले एक साल में ज्यादातर आंकड़े नकारात्मक ही आए हैं.