- JNU हिंसा पर सामने आया वार्डन का बयान
- हमलावर कुछ छात्रों की कर रहे थे तलाश
- पत्र लिखने के बाद भी नहीं पहुंची पुलिस
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में 5 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. अब साबरमती वार्डन की वो रिपोर्ट आजतक के हाथ लगी जो उन्होंने जेएनयू प्रशासन को सौंपी. साबरमती हॉस्टल की वार्डन स्नेहा ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हिंसा वाले दिन करीब 4 बजे 40 से 50 नकाबपोश लोगों को वह देखी थीं. यह लोग कुछ विशेष छात्रों की तलाश कर रहे थे. इसके बाद शाम 5.30 बजे तीनों वॉर्डन ने इमरजेंसी बैठक की.
वार्डन ने पीसीआर को भी कॉल किया और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए मुख्य सुरक्षा अधिकारी को एक पत्र भी लिखा. पत्र लिखने के बाद भी 6.45 तक ना तो कोई भी सुरक्षा अधिकारी और ना ही पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद 7 बजे 150 लोग हॉस्टल में दाखिल हुए. रिपोर्ट में बताया गया कि भीड़ ने रूम नंबर 51 में एक नेत्रहीन छात्र पर भी हमला किया.
वहीं जेएनयू शिक्षक संघ ने मानव संसधान विकास मंत्रालय के साथ हुई बैठक में कहा कि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को हटा दिया जाए. इस बैठक में कहा गया कि 5 जनवरी को जेएनयू में हुई हिंसा का मकसद पहले ही रणनीति के तहत की गई. इस हमले में शिक्षकों, उनके परिवारों, आवास और उनकी गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया.
वीसी पर सवाल उठाने वाले शिक्षकों पर भी हमला
शिक्षक संघ का यह भी कहना है कि जिन शिक्षकों ने वीसी पर सवाल खड़े किए उन्हें निशाना बनाया गया. ऐसे माहौल में शिक्षक सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं. शिक्षकों के मन में डर का माहौल तब तक रहेगा जब तक वीसी हटाए नहीं जाते. 5 जनवरी को जो हुआ, उससे भी बुरी स्थिति हमें देखने को मिल सकती है.
हमलावर लड़की की भी हुई पहचान
जेएनयू में हुई हिंसा के दौरान हाथ में डंडा लेकर नजर आने वाली नकाबपोश लड़की की पहचान हो गई है. दिल्ली पुलिस ने इस लड़की की पहचान कोमल शर्मा के रूप में की है. कोमल शर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा है. वो डीयू में सेकेंड इयर की स्टूडेंट है. अब पुलिस इस लड़की से पूछताछ करने के लिए उसकी तलाश कर रही है.