बालाघाट, ब्यूरो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को बालाघाट के लांजी पहुंचे। वहां, उन्होंने लाड़ली बहना सम्मेलन में अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस दिन मैं मुख्यमंत्री बना, उस दिन मैंने तय कर दिया, मध्यप्रदेश में बेटियों की शादी सरकार करेगी। हमने शादी करना शुरू किया, मुझे थोड़ा संतोष मिला। कमलनाथ की सरकार आई, उन्होंने कहा 51,000 रुपये देंगे। लेकिन इन्होंने योजना ही बंद कर दी। हमने यह योजना फिर प्रारंभ की है। अब इस योजना में 56,000 रुपये दिए जाते हैं। हमने यह भी तय किया है कि शादी का सामान देने के बजाय 50,000 रुपये का चेक बेटियों को देंगे, 6,000 रुपये शादी में खर्च होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी को बोझ नहीं रहने देना, वरदान बनाना है। मेरे दिल ने कहा कि बेटी वरदान बन जाए। मैंने सोचा कि बेटी पैदा होते ही लखपति हो जाए, तो अपने आप वरदान बन जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई, इसमें बेटी के जन्म लेते ही 30,000 रुपये से खाता खोलेंगे। 21 साल की होने पर बेटी लखपति हो जाएगी। दुनिया में अपनी तरह की यह पहली योजना है। इसमें 44 लाख 55 हजार लाड़ली लक्ष्मी हैं। पढ़ाई की फीस भी मामा भरवाएगा, मम्मी-पापा चिंता न करें। कॉलेज में एडमिशन लेने पर 12,500 और डिग्री लेने पर 12,500 रुपये बेटी को दिए जाते हैं। मैंने यह भी तय किया कि राजनीति में बहन का स्थान पक्का करना पड़ेगा, इसके लिए 50% आरक्षण बहनों को दिया। 56% बहनें चुनाव जीतकर आई हैं। पुलिस में 30%और शिक्षक की भर्ती में भी 50% आरक्षण दिया। फिर भी मेरे मन को चैन नहीं मिला। इज्जत और सम्मान कैसे बढ़े, इसके लिए आजीविका मिशन में तय किया कि बहनों के स्वसहायता समूह बनाएंगे। कई बहनें इससे आमदनी बढ़ा रही हैं। मुझे इससे भी चैन नहीं मिला। मैंने सोचा कि मेरी बहनों को अपने पतियों के सामने हाथ फैलाने की आवश्यकता नहीं पड़ना चाहिए। मेरे मन में विचार आया कि हर महीने बहनों के खाते में 1,000 रुपये डालूंगा। मैंने इसके लिए लाड़ली बहना योजना बनाई है। गरीब और निम्न मध्यमवर्गीय बहनें जिनकी आय ढाई लाख रुपये प्रतिवर्ष से अधिक न हो, जिनके पास 5 एकड़ से ज्यादा जमीन न हो और चार पहिया वाहन न हो, वो इस योजना की पात्र होंगी। यह योजना क्रांति पैदा करेगी। मुझे बहनों की इज्जत परिवार में बढ़ाना है।पतिदेव अभी तक तो बहाना बनाते थे लेकिन अब यदि उनको भी जरूरत पड़ी, तो मेरी बहनें उनको भी पैसे दे देगी। बहनें इन पैसों का कभी दुरुपयोग नहीं करेगी, ये मेरा विश्वास है। मेरी बहनों, ये केवल 1,000 रुपये देने की योजना नहीं, बहनों की जिंदगी बदलने का अभियान है। यह आपका मान-सम्मान बढ़ाएगी, आत्मविश्वास बढ़ाएगी। एक दिन आएगा, जब माता कहेगी, बेटा तो ठीक है, मेरे घर बटी पैदा हो जाए, तो ज्यादा अच्छा रहेगा। मैं चौथी बार मुख्यमंत्री इसलिए बना क्योंकि मुझे तुम्हारी जिंदगी बदलना थी। सीएम शिवराज ने कहा कि तक मैं तुम्हारी जिंदगी नहीं बदल देता, तब तक चैन की साँस नहीं लूँगा। मैंने पैसे का इंतजाम कर लिया है, पैसों की कोई कमी नहीं है। इस योजना में E-KYC करने के लिए कोई पैसे मांगे, तो शिकायत कर देना, मैं उनको जेल भेज दूंगा। किसी को कोई पैसा नहीं देना है। 30 अप्रैल तक आवेदन भरे जाएंगे, मई में आवेदनों की जाँच हो जाएगी। जून से खातों में पैसे आना प्रारंभ हो जाएगा। मेरा मन तो सदैव अपनी बहनों के लिए तड़पता है, अपनी बेटियों के लिए धड़कता है। मैंने एक फैसला किया है कि 1 अप्रैल से मध्यप्रदेश में दारू के अहाते बंद कर दिए जाएंगे। तुम्हारे होंठों पर खुशियाँ हों, तो तुम्हारे भाई की जिंदगी सफल हो जाएगी। लाड़ली बहना सेना बनाने का संकल्प लें। हम एक टीम बनाएँ, जो बहनों की चिंता करें, घरेलू हिंसा के खिलाफ लड़ें, अन्याय-अत्याचार के खिलाफ लड़ें, कुरीतियों को खत्म करें, तुम्हारा भाई तुम्हारे साथ खड़ा है। अब बहनों और बेटियों का नया जमाना आएगा। वहीं, सीएम शिवराज ने कहा कि हम यहाँ के कोटेश्वर महादेव मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए ASI से अनुमति लेकर काम करेंगे।