भोपाल। मध्य प्रदेश में करीब 5 महीने पर प्रदेश में आचार संहित लग जाएगी। राजनीतिक दलों में उथल-पुथल मची है। शनिवार का दिन भाजपा के लिए डबल झटके लेकर आया। सुबह भाजपा के पूर्व विधायक राधेलाल बघेल कांग्रेस में शामिल हो गए। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके कुछ देर बात ही पूर्व भाजपा नेता और पूर्व मंत्री रहे दीपक जोशी ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया। राधेश्याम बघेल ने अपनी राजनीति की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से की थी। वर्ष 2008 में वे दतिया जिले की सेवढ़ा विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
2013 में वे भारतीय जनता पार्टी के प्रदीप अग्रवाल से चुनाव हार गए थे। चुनाव हारने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद बघेल को परोपकृत करने के लिए भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष का पद दिया था। वर्तमान में वे प्रदेश कार्यसमिति सदस्य थे। 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने मौजूदा विधायक प्रदीप अग्रवाल का टिकट काटकर राधेलाल बघेल को मैदान में उतारा था, लेकिन राधेलाल जीत नहीं पाए थे। साल 2022 में बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी करने के कारण भाजपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया था।