दमोह। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर कथित तौर पर लगाए गए आरोपों से खिन्न केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल आहत दिख रहे हैं। केंद्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने सरकार से नाराजगी बताते हुए दमोह पुलिस के खिलाफ जमकर हमला बोला है। इतना ही नहीं, मंत्री पटेल ने अपने संसदीय क्षेत्र दमोह की पुलिस की सेवाएं लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने पुलिस को उनके बंगले और आयोजनों में न आने ही हिदायत दी है। दरअसल, मंत्री पटेल की नाराजगी की वजह उनके कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करना बताया जा रहा है। आपको बता दें कि बीते दिनों शहर के एक राशन डीलर युवा विक्की रोहित ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। विक्की के पास से एक सुडाइड नोट मिला है और इसमे भाजपा नेता यशपाल ठाकुर, मोंटी रैकवार सहित दो अन्य लोगों के नामो का उल्लेख है। मृतक ने उन्हें जिम्मेदार बताया था। ये भाजपा नेता मंत्री पटेल के करीबी हैं। मंत्री पटेल ने आरोप लगाया है कि उन्होंने इसे लेकर निष्पक्ष जांच के लिए कहा था, लेकिन पुलिस ने जांच के पहले ही मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस द्वारा कार्रवाई करने से क्षेत्र के कई नागरिक भी आंदोलित हो गए। आज बड़ी संख्या में लोग मंत्री पटेल के दमोह निवास पहुंचे तो पटेल नाराज हो गए और पुलिसिया कार्यवाही पर उन्होंने आपत्ति जताई। केंद्रीय मंत्री पटेल के मुताबिक पुलिस ने जल्दबाजी में ये कदम उठाया है। पटेल ने कहा कि नियम के अनुसार सुसाइड नोट की राइटिंग एक्सपर्ट से जांच की जानी चाहिए। जांच के बाद मुकदमा कायम होना चाहिए। प्रहलाद पटेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने इस बात की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से भी की है।