कांग्रेस के टिकट बदलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कसा तंज
भोपाल। कांग्रेस की हालत अजब-गजब हो गई है। सोनिया की कांग्रेस, खड़गे की कांग्रेस बनी, फिर मध्य प्रदेश में कमल नाथ कांग्रेस हो गई। कमल नाथ ने तो क्या, उनके बेटे ने भी टिकट बांट दिए और जब टिकट को लेकर कोलाहल मचा हुआ है। अब जब कपड़े फाड़ने की बात आई तो कमल नाथ ने दिग्विजय को निशाना बना लिया। कांग्रेस के टिकट वितरण में उपजे विवाद से मची खलबली के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह कटाक्ष किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टिकट वितरण में मची मनमानी की शिकायत करने जब कार्यकर्ता कमल नाथ के पास पहुंचे तो कमल नाथ ने ने दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़ फाड़ने भेज दिया। अब यह कांग्रेस कपड़ा फाड़ कांग्रेस हो गई। सीएम शिवराज ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब कांग्रेस ‘टिकट बदल कांग्रेस’ बन गई है। कांग्रेस ने घबराकर कई जगह टिकट बदल दिए हैं। कांग्रेस की हालत तो बड़ी अजब गजब हो गई है आगे क्या होने वाला है अभी देखते हैं।
प्रहलाद पटेल का नामांकन कराया जमा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को नरसिंहपुर पहुंच। वहां पर भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के नामांकन दाखिल करने से पूर्व आयोजित विशाल आमसभा को संबोधित किया। आपको बता दें कि नरसिंपुर जिले की चारों विधानसभाओं के उम्मीदवारों के नामांकन एवं आमसभा में मुख्यमंत्री की उपस्थिति रही।
कन्या पूजन को रामायण के प्रसंग से जोड़ा
दिग्विजय सिंह और कमल नाथ द्वारा महिलाओं और कन्या पूजन के मामले में खुद पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की विकृत मानसिकता देखकर मुझे वह प्रसंग याद आता है जब सीता जी का हरण हुआ तो सीता जी ने हरण करते समय अपने गले से मोती की माला नीचे फेंक दी थी ताकि पता चल जाए सीता जी को रावण इसी दिशा में ले गया। जब भगवान राम पहुंचे तो मोती बिखरे हुए मिले। उन्होंने लक्ष्मण जी से पूछा, ये मोती सीता जी के माला की है? तब लक्ष्मण जी ने उत्तर दिया, भैया मैंने तो सीता मैया का चेहरा, गला कभी देखा ही नहीं, मैंने तो केवल उनके चरण देखे इसलिए हमें पता नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भाव भारत का है और यही भाव शिवराज सिंह चौहान का है, कि हमने तो अपनी बहनों के पांव देखे हैं।
कांग्रेस ने कभी माता-बहनों का सम्मान नहीं किया
सीएम ने कहा कि दिग्विजय सिंह और कमल नाथ ये माताओं-बहनों को आइटम और टंच माल कहने वाले, उनकी हैसियत है कि हमसे आंखें मिलाकर बात कर सकें। भारत की संस्कृति, परंपराओं और सनातन धर्म का अपमान करने वाले लोग कभी भला नहीं कर सकते।