मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के बृजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले बृहस्पति कुंड क्षेत्र में ज्यादातर आदिवासी वर्ग के लोग रहते हैं और इसी कुंड से निकलकर बहने वाली एक छोटी सी नदी में चाल हीरे का उथला ग्रेवर को धोकर छोटा-मोटा हीरा खोजते रहते हैं । बेरोजगारी का आलम है इसलिए अपना पेट चलाने के लिए मजदूरी का काम करते रहते हैं। लेकिन 12 मार्च को पन्ना जिले की सीमा से जुड़े हुए सतना वन विभाग के कर्मचारी एवं बरौंधा थाना पुलिस के पुलिस कर्मियों ने मिलकर अचानक धाबा बोल दिया और इन आदिवासी पुरुष महिलाओं की वेदम पिटाई कर दी । आरोप है कि इस कार्रवाई में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं और दो-तीन लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। किसी का पैर टूटा है ऐसी हालत में इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है । बता दे कि क्षेत्र के सांसद और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा जिले के दौरे पर थे , तब इन सभी आदिवासियों ने मिलकर सांसद से अपनी पीड़ा बताई , पीड़ितो को देख सांसद बिफर पड़े उन्होंने डीएफओ सतना को फोन लगा कर बात की और उनसे कहा कि वन विभाग भगवान हो गया है क्या गरीब को मारा गया है , किसी का पैर टूट गया है और यह मेरे सामने पड़े हुए हैं । उन्होंने सख्त लहजे में डीएफओ से कहा कि इस मामले की जांच कराया जाए। मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा , और जिस एसडीओ ने ऐसा कृत किया है उसको ठीक कर दिया जाएगा। सांसद काफी गुस्से में थे और इस घटना से आहत भी थे। वही इस पूरे मामले को लेकर आदिवासी महिला एवं पुरुष क्षेत्रीय लोगों के साथ मिलकर पन्ना पुलिस कप्तान के कार्यालय पहुंचे और वहां जाकर एक आवेदन दिया , जिस पर उन्होंने लेख किया है कि गरीबी के चलते मेहनत मजदूरी करके इन छोटी-छोटी जगह में हीरा खोदने का , खोजने का काम करते रहते हैं । और हमारे साथ वन विभाग सतना और बरोधा थाना जिला सतना की पुलिस ने बेवजह मारपीट की है । अतः इन लोगों पर कार्रवाई की जाए। मामले पर पन्ना एसपी का कहना है कि आवेदन उन्हें प्राप्त हुआ है और इस कार्रवाई में जांच के लिए अजयगढ़ एसडीओपी को तैनात किया गया है । जो घायल लोग हैं वह स्वेच्छा से जिला अस्पताल में भर्ती हुए है है । घायलों का डॉक्टरी मुआयना एमएलसी करवाया जा रहा है । इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।