मुंगेली | मातृ-पितृ दिवस के आयोजन से छात्र-छात्राओं में नेतृत्व क्षमता का संचार होता है। समाज को माता-पिता की सेवा करने का संदेश देने वाला यह समारोह है। इस तरह के कार्यक्रम को बड़े स्तर पर आयोजित करना चाहिए, जिससे अधिक लोगों में जागरूकता आए।
यह बातें सरस्वती शिशु मंंिदर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित मातृ-पितृ पूजन दिवस पर मुख्य अतिथि अरूण पाठक ने कही। मुख्य अतिथि मुंगेली कृषि उपज मंड़ी के पूर्व उप संचालक अरूण पाठक, विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत बैंक अधिकारी प्रमोद पाठक व मुकेश उपाध्याय व कार्यक्रम अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण केशरवानी पूर्व एडीआईएस मुंगेली थे। इस दौरान विद्यार्थियों ने गीत, नाटक, नृत्य और भाषण के माध्यम से माता-पिता की महत्ता को प्रदर्शित किया। इस दौरान विद्यार्थियों के अभिभावक भी उपस्थित रहे। छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने माता-पिता का पूजन कर तिलक लगाकर उन्हें मिठाई खिलाई और उनका आशीर्वाद लिया। संचालन तृप्ति राजपूत व चंद्रशेखर सिंह ने किया। सागर सिंह, पिंकी साहू व तृप्ति सिंह ने गीत प्रस्तुत किए। समीक्षा यादव, दीया डोडवानी, सक्षम यादव, अंजनेय श्रीवास, सिमरन सोनी, प्राची यादव ने भाषण प्रस्तुत किए। साहिल जायसवाल व अनुराग पोर्ते और साथियों ने नाटक व अर्चिता शर्मा व साथियों ने नृत्य प्रस्तुत किए। आचार्य संबोध श्रीवास ने भी गीत प्रस्तुत किए।
प्रमोद पाठक ने कहा कि वर्तमान में पश्चिमी सभ्यता लोगों के सिर चढ़कर बोल रही है। वहां सरस्वती शिशु मंदिर भारतीय संस्कृति, अनुशासन, जीवन मूल्यों व राष्ट्र प्रेम की भावना से 46 वर्षों से नगर में अपनी सेवा दे रहा है। कार्यक्रम अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण केशरवानी ने कहा कि सशिमं में अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार दिए जाते हैं। प्राचार्य ने आगामी सत्र में नर्सरी से कक्षा पांचवी तक की कक्षा पेंडाराकापा स्थित विद्यालय में और बड़ा बजार सरस्वती शिशु मंदिर में आठवीं तक व छात्रावास की व्यवस्था शुरू करने की जानकारी दी। अभिभावक जितेन्द्र राजपूत, मुकेश यादव ने भी अपने विचार रखे।
Source link