- सारंगढ़ में कोसीर क्षेत्र के प्रधानपुर गांव की घटना, पिता ने सिर पर गैंती से वार किया, आरोपी वृद्ध गिरफ्तार
- मां से मारपीट कर रहा था युवक, पिता ने रोका, जब चिकन फेंकने की बात पता चली तो वारदात को अंजाम दिया
Dainik Bhaskar
Feb 17, 2020, 01:00 PM IST
रायगढ़. रायगढ़ में महज चिकन को लेकर हुए विवाद में गुस्साए वृद्ध पिता ने बेटे की हत्या कर दी। वृद्ध शाम को चिकन लेकर पहुंचा था और रात को खाने में पत्नी से बनाने को कहा था। इसके बाद बेटा शराब के नशे में पहुंचा और पैसों के लिए मां से मारपीट करने लगा। पहले तो वृद्ध ने उसे रोका, लेकिन जब पता चला कि रसोई में रखा चिकन युवक ने फेंक दिया है तो पिता ने गैंती से उसके सिर पर वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात सारंगढ़ में शनिवार को कोसीर थाना क्षेत्र के गांव प्रधानपुर की है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत लेन्ध्रा के आश्रित गांव प्रधानपुर निवासी धनाऊ निराला शनिवार शाम बड़े शौक से चिकन और सब्जी लेकर आया था। धनाऊ ने अपनी पत्नी को चिकन देकर रात को बनाने की फरमाइश की। थोड़ी ही देर में उसका बेटा धर्मानंद निराला (28) शराब पीकर घर आया। किसी बात पर उसने अपनी मां से झगड़ा किया। धर्मानंद ने रसोई में रखा चिकन का पैकेट फेंक दिया। वह डंडा लेकर अपनी मां को मारने की कोशिश करने लगा।
पिता धनाऊ ने पत्नी को बचाने के लिए डंडा पकड़ लिया और बेटे को रोकने लगा। इस बीच जब उसे पता चला कि धर्मानंद ने मुर्गा और खाने का सामान भी फेंक दिया है तो वह गुस्से में भड़क गया और घर में रखी गैंती उठाकर उसके सिर पर दे मारा। गंभीर चोट लगने और खून बहने के कारण धर्मानंद की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद धनाऊ (60) गांव के कोटवार हेमप्रसाद महंत के पास गया और उन्हें बेटे की हत्या की जानकारी दी। साथ ही बताया कि उसका खून से लथपथ शव आंगन में पड़ा है।
रुपए लेने के लिए हमेशा करता था मारपीट
धनाऊ ने पुलिस को बताया कि शनिवार को गांव का बाजार था। पत्नी के साथ वह बाजार गया था। दोनों लौटे, पत्नी खाना बनाने के लिए आग जला रही थी। धर्मानंद नशे में आया और उसने मां को खाना बनाने से रोका और 10 हजार रुपए मांगे। वहां रखे टमाटर को पैरों से रौंद दिया। आधा किलो चिकन भी था। बेटा उपद्रवी था हमेशा रुपयों के लिए परेशान करता था। बेटे को रुपए देने से असमर्थता जताई तो उसने हमला कर दिया। धनाऊ ने बताया कि उसे डर लगा कि बेटा कहीं उन्हें जान से ना मार दे।
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