भिंड जिले में पिछले कई दिनों से पूर्व सैनिक संगठन जिला प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करता चला आ रहा है। पूर्व सैनिक संगठन का आरोप है कि भिंड जिले में सैनिकों की लगातार अनदेखी की जा रही है। उनके परिवार के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लगभग 11माह पूर्व 30 जनवरी 2024 को छत्तीसगढ़ के सुकमा बीजापुर मे हुए नक्सली हमले में मध्यप्रदेश व जिले के निवासी पवन भदौरिया शहीद हो गए थे।
शहीद पवन भदौरिया ने नक्सलियों का सामना अदम्य साहस के साथ सामना करते हुए दो नक्सलियों को मार गिराया था। पवन भदौरिया के शहीद होने के बाद मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सैनिकों को शहीद होने उपरांत दिए जानें वाली अनुग्रह राशि उनके परिवार को 11माह बीत जाने के बाद भी प्राप्त नहीं हो पाई है उनके पिता को जिले के कलेक्टर,SDM व अन्य जिम्मेदार अधिकारी इस राशि के लिए लगातार घुमा रहे है। इतना ही नहीं उनका आरोप है कि कैप्टन ज्ञानेंद्र सिंह की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया जिसको लेकर ज्ञानेंद्र सिंह एवं पूर्व सैनिक संगठन के संभागीय अध्यक्ष ने कुछ अन्य सैनिकों के साथ जब कलेक्टर से मुलाकात की तो उन्हें एक न सुनी और कलेक्टर के द्वारा चैंबर से धक्का मार कर बाहर निकलवा दिया गया था, जिसको लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर तीन दिन सैनिकों ने धरना प्रदर्शन भी किया था। तब एडीएम के द्वारा ज्ञापन लेकर उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवा दिया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भिंड में सैनिकों को लेकर X के जरिया मुख्यमंत्री से पूछा सवाल!* पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने X पर पोस्ट कर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से पुछा है कि भिंड कलेक्टर के द्वारा शहीद के परिवार एवं सैनिकों के साथ हो रहा व्यवहार क्या आप सही मानते हैं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के द्वारा भिंड में सैनिकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर X पर पोस्ट करने के बाद एक बार मुद्दा फिर से गरमा गया है।