अतिक्रमण हटाने के नाम पर दलित से बर्बरता, दम्पत्ति ने पुलिस के सामने पिया कीटनाशक
भोपाल। गुना पुलिस और प्रशासन की दलित किसान पर बर्बरता का वीडियो मंगलवार से वायरल था, लेकिन जब इसे लेकर खबर छपी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की तब सरकार जागी।
सिंधिया के इस मामले में मुख्यमंत्री से फोन पर बात करने और ट्वीट करने के एक घण्टे के भीतर गुना कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक हटा दिए गए। सिंधिया के बीजेपी में आने के 4 माह में दूसरी बार कलेक्टर बदले गए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना में दलित किसान परिवार पर पुलिस द्वारा की गई बर्बर मारपीट की घटना को गंभीरता से लेते हुए गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी तरह की बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि जो भी इस घटना में दोषी है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए है। @ChouhanShivraj https://t.co/zrehxYZV0n
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 15, 2020
दलित परिवार पर पुलिस की बर्बरता के बीच दम्पत्ति के कीटनाशक पीने से हालत बिगड़ने का वीडियो वायरल हो गया था। राजकुमार अहिरवार कहता रहा कि उसने बटिया पर पप्पू पारदी से जमीन ली है और कर्ज लेकर बोवनी की है। फसल होते ही जमीन छोड़ देगा, फसल मत उजाड़ो। दम्पत्ति की हालत बिगड़ने पर कलेक्टर ने सरकारी पक्ष जारी किया और पप्पू पारदी पर मामलों की जानकारी दी। लेकिन जब सिंधिया ने दखल दिया तो कलेक्टर और एसपी हटा दिए गए।