नर्मदापुरम/सोहागपुर. ब्यूरो जिले के सोहागपुर में मंगलवार को 21 वर्ष पहले मृत घोषित एक व्यक्ति प्रशासन के सामने जिंदा खड़ा हो गया। सरकारी दस्तावेज में मृत घोषित अब्दुल हफीज निवासी भोपाल अपना ही मृत्यु का प्रमाण पत्र लेकर सोहागपुर पहुंचे।
उन्होंने अपने जीवित होने का आवेदन एसडीएम को सौंपा है तथा मामले में जांच की मांग की है। आवेदक अब्दुल हफीज पिता अब्दुल फहीम आयु 68 साल मूल निवासी गौतम वार्ड सोहागपुर हाल निवासी बड़ी मस्जिद के पीछे कृष्णा कॉलोनी भोपाल हैं। उन्होंने सोहागपुर एसडीएम बृजेंद्र रावत को आवेदन दिया। जिसमें उल्लेख है कि आवेदक भोपाल में निवासरत हैं। गत दिनों सोहागपुर नगर परिषद के कुछ कर्मचारी आवेदक अब्दुल हफीज के भतीजे असलम के पास आए। चर्चा में पता चला कि असलम के बड़े पिता अब्दुल हफीज का मृत्यु प्रमाण पत्र जुलाई 2003 में बना है।
असलम ने बताया कि अब्दुल हफीज भोपाल में रह रहे हैं। सोमवार को असलम मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर नप कार्यालय पहुंचे तो कर्मचारी भी वास्तविकता जानकर सकते में आ गए।….भोपाल में रहता हूं-मंगलवार को प्रशासन को आवेदन देने के बाद अब्दुल हफीज ने मीडिया से मामले में चर्चा की।
अब्दुल हफीज ने बताया कि सोहागपुर के गौतम वार्ड में उनके स्वर्गीय पिता के नाम मकान आज भी है। हफीज के अनुसार वो 25 वर्षों से भोपाल में निवासरत हैं। उन्होंने भोपाल के अपने आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड आदि दस्तावेज भी दिखाए। सभी में उनका नाम अब्दुल हफीज तथा पिता का नाम अब्दुल फहीम दर्ज है जो कि मृत्यु प्रमाण पत्र में भी दर्ज है।
….छोटे भाई का भी फर्जी सर्टिफिकेट-अब्दुल हफीज ने बताया कि उनके छोटे भाई अब्दुल अजीज का भी मृत्यु प्रमाण पत्र फरवरी 2003 में जारी हुआ है, जबकि अब्दुल अजीज की मृत्यु 2019 में हुई है। मामले में नप अधिकारी व कर्मचारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। दोनों मृत्यु प्रमाण पत्रों की छायाप्रति में आवक जावक संख्या भी दर्ज नहीं है।
…इनका कहना है…दिए हैं जांच के आदेश- आवेदक अब्दुल हफीज ने अपने जिंदा होने की जानकारी दी है। उनका व उनके भाई का मृत्यु प्रमाण पत्र बना है। आवेदन जांच के लिए मैंने तहसीलदार को दिया है। शीघ्र ही मामले की जांच कराएंगे।- बृजेंद्र रावत, एसडीएम, सोहागपुर(नर्मदापुरम) …….