लाहौर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए आवाम की जान से ज्यादा पैसा प्यारा है. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद भी इमरान व्यावसायिक गतिविधियां बंद करने को तैयार नहीं हैं. कोरोना के शुरुआती दिनों में भी उन्होंने अपने इस ‘आर्थिक प्यार’ का प्रदर्शन किया था, जिसके चलते कई लोगों की जान गंवानी पड़ी. अब एक बार फिर से वह लोगों की जान से ज्यादा आर्थिक हित को तवज्जो दे रहे हैं.
लोगों से अपील
इमरान खान (Imran Khan) ने बुधवार को स्पष्ट किया कि कोरोना (CoronaVirus) संक्रमण बढ़ने के बावजूद व्यावसायिक गतिविधियों को बंद नहीं किया जाएगा. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करें. बता दें कि पाकिस्तान कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और यहां संक्रमण के कुल 382,892 मामले सामने आ चुके हैं.
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चिंता है, लेकिन यह संभव नहीं
लाहौर में मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री खान ने कोरोना से मौतों के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई. पिछले कुछ घंटों में ही 50 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि करीब दो हफ्ते पहले यह आंकड़ा सिंगल डिजिट में था. हालांकि, इसके बावजूद खान ने कहा कि सरकार कारखानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद नहीं करेगी.
बेरोजगार नहीं कर सकते
इमरान ने कहा कि हम सबकुछ बंद करके दिहाड़ी मजदूरों को बेरोजगार नहीं कर सकते. इसके उलट लोगों को दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा, ‘मैं सभी फैक्ट्री, दुकान और शॉपिंग मॉल मालिकों से सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने का आग्रह करता हूं. सबसे आसान मास्क पहनना है, इससे हम अपनी और दूसरों की सुरक्षा कर सकते हैं’.
कोरोना की आड़ में राजनीति
इमरान खान ने अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि पाकिस्तान कोरोना की पहली लहर के दौरान वायरस को हराने में सफल रहा. सभी के सहयोग से हम इस बार भी कोरोना के प्रभाव को कम कर सकते हैं. कोरोना की आड़ में राजनीति करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष को फिलहाल सार्वजनिक रैलियों से बचना चाहिए. सरकार ऐसी किसी भी ऐसी गतिविधि की अनुमति नहीं देगी, क्योंकि इससे संक्रमण फैल सकता है.