आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू दिल्ली में 11 फरवरी को एक विरोध-प्रदर्शन करने वाले हैं. इस प्रदर्शन में लोगों को वहां से लाने के लिए आंध्र सरकार की ओर से 1.12 करोड़ रुपए में दो ट्रेन किराए पर ली गई हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमरावती में शनिवार को बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार ने 11 फरवरी को इस ‘दीक्षा रैली’ में शामिल होने जा रहे लोगों को यहां से दिल्ली ले जाने के लिए दो ट्रेनें किराए पर ली गई हैं.
जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने साउथ सेंट्रल सेंट्रल रेलवे से 20-20 कंपार्टमेंट वाली दो ट्रेन 1.12 करोड़ में किराए पर ली हैं.
डिपार्टमेंट की ओर से दिए गए आदेश के मुताबिक, ये ट्रेनें अनंतपुर और श्रीकाकुलम से नेताओं, संगठनों, एनजीओ और दूसरे सहयोगियों को दिल्ली ले जाएंगी, ताकि वो इस एक दिन की दीक्षा रैली में शामिल हो सकें. ये ट्रेनें रविवार को सुबह 10 बजे के आसपास दिल्ली पहुंचेंगी.
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू ये विरोध प्रदर्शन केंद्र के उस फैसले के बाद कर रहे हैं, जिसमें केंद्र ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से मना कर दिया है. नायडू का कहना है कि केंद्र ने राज्य को लेकर और भी जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने में भी असफल रही है. इसके विरोध में वो ये प्रदर्शन कर रहे हैं. नायडू ने इस रैली को सफल बनाने के लिए राज्य की राज्य की विपक्षी पार्टियों से भी सहयोग मांगा है.
उम्मीद जताई है जा रही है कि बीजेपी को छोड़कर दूसरी पार्टियों के नेता भी इस रैली में शामिल हो सकते हैं.
पिछले साल चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगु देशम पार्टी ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की एनडीए सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. तबसे नायडू लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. तेलंगाना चुनावों के दौरान भी वो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ केसीआर और बीजेपी के खिलाफ चुनावी प्रचार का मंच साझा करते दिखाई दिए थे.