- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैढ़न में ‘समरसता यात्रा’ का किया शुभारंभ
- सीएम ने कहा- संत रविदास द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल रही भाजपा सरकार
- कांग्रेस ने अनुसूचित जाति को सिर्फ ₹286 करोड़ बजट दिया था, भाजपा सरकार ₹26,000 करोड़ दे रही
सिंगरौली। संत रविदास अद्भुत संत थे, वे संत परम्परा के शिरोमणि थे। उन्होंने जाति, छुआछुत और कुप्रथाओं का विरोध किया था।रविदास जी सामाजिक सद्भाव, समरसता और समानता की मुखर वाणी थे, जो स्वभाव से परोपकारी और दयालु थे। जो कमाते थे वो दिन-दुखियों में बांट देते थे। उन्होंने अपने विचार और वाणी से मानवता का मार्ग प्रशस्त किया, उन्होंने मन चंगा तो कठौती में गंगा का संदेश दिया। संत रविदास जी ने भारतीय संस्कृति जीवन मूल्यों और परम्पराओं का आगे बढ़ाने का काम किया। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को सिंगरौली जिले के बैढ़न में संत रविदास स्मारक निर्माण हेतु निकाली जा रही समरसता यात्रा का शुभारंभ कर रहे थे। सीएम शिवराज ने कहा कि हमने 8 फरवरी को मंदिर बनाना तय किया था। अब वह कार्य 12 अगस्त को जमीन पर उतर रहा है। 12 अगस्त को स्मारक का शिलान्यास स्वयं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी करेंगे। सागर के पास संत रविदास जी का 102 करोड़ की लागत से मंदिर और स्मारक बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अलग-अलग यात्राएं जा रही हैं, ये यात्राएं मरसता का मार्ग बताएगी, शांति का भाव पैदा करेगी, स्नेह, सद्भाव और आत्मीयता का प्रकटीकरण करते हुए ये यात्राएं सागर मंदिर निर्माण के स्थान पर पहुंचेंगी। सीएम ने कहा कि हर गाँव से एक मुट्टी माटी और जल लेंगे। 53000 गांवों से माटी और 315 नदियों का जल लेकर मंदिर निर्माण समरसता यात्राएँ 12 अगस्त को सागर पहुंचेगी। उन्होंने आगे कहा कि यात्रा के दौरान संत रविदास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित केन्द्रित रथ भी चलेगा। उनका चित्र रहेगा, उनकी पादुका रहेगी और कलश भी रहेगा, जिसका जगह-जगह पर पूजन होगा।
हमारी सरकार ने विशाल बजट दिया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार ने अनूसूचित जाति के लिए कुछ नहीं किया था, वे समाज में उपेक्षित थे। कांग्रेस शासनकाल में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए बजट सिर्फ ₹286 करोड़ होता था, लेकिन आज ₹26,000 करोड़ हम खर्च कर रहे हैं।
सभी नागरिक भेंट करें मिट्टी
सीएम ने नागरिकों से आग्रह किया कि जब आपके गाँव में जब यात्रा आए तो पादुका पूजन कीजिए, गांव की मिट्टी आप भेंट कीजिए, कलश का भी आप पूजन कीजिए। यहां स्मारक नागर शैली में बनेगा, संत रविदास जी के दोहे और शिक्षाएं उकेरी जाएगी, उनके व्यक्तित्व और जो उन्होंने काम किया है उसका भी वहाँ उल्लेख किया जाएगा। संत रविदास जी की म्यूजियम बनाएंगे। म्यूजियम की गैलरी में उनके महान जीवन को दर्शाया जाएगा। भक्ति मार्ग और निर्गुण पंथ में जो योगदान है उस योगदान को दिखाया जाएगा। तीसरी गैलरी में संत रविदास जी के दर्शन का और विभिन्न मतों पर प्रभाव, रविदास पंथ के प्रभाव के बारे में बताया जाएगा। चौथी गैलरी उनके काव्य, साहित्य और समकालीन विवरण को समर्पित होगी। लाईब्रेरी बनेगी, संगत हाल बनेगा, कुंड बनेगा, स्मारक के समीप जल कुंड का निर्माण किया जाएगा, भक्त निवास बनेगा, भोजन की व्यवस्था होगी।
प्रधानमंत्री जी भी संत रविदास के ध्यये को आगे बढ़ा रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि रविदास जी कहते थे ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मंत्र पर चल रहे हैं। गरीबों को निःशुल्क राशन वितरण का कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर रही है। अब गरीबों को 5 रुपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराने का काम किया जाएगा। छोटे दुकान भाइयों मध्य प्रदेश में किसी भी तरह की बैठकी देने की जरूरत नहीं है।
मध्य प्रदेश रविदास जी के मार्ग पर चल रहा
सीएम शिवराज ने कहा कि संत रविदास जी कहते थे कि सब प्रसन्न रहें, इसी राह पर हमारी सरकार भी चल रही है। बहनों की आँखों में आँसू नहीं रहने दूँगा, बहनों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाना है। लाड़ली बहना योजना की 1 हजार राशि को धीरे-धीरे लाड़ली बहना योजना की राशि को 3 हजार रुपये तक ले जाना है।
फ्री में शिक्षा, स्कूटी, फीस सरकार दे रही
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर हमने तय किया कि जो गरीब है उनकी शिक्षा में कोई कसर नहीं रहने देंगे। 12वीं में टॉप करने वाले बेटा और बेटी को ई-स्कूटी देंगे। मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में चयन होने पर बेटे-बेटी की फीस मम्मी-पापा नहीं मामा भरवाएगा। संत रविदास जी ने जो रास्ता बताया है, उस रास्ते पर चलकर हम काम कर रहे है।
डेढ़ लाख पदों पर हो रही भर्ती
1 लाख पदों पर सरकारी भर्ती निकाली है इसके बाद 50 हजार सरकारी नई भर्ती और निकालूंगा। डॉ. भीमराव आंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना, सावित्रीबाई फूले स्व सहायता योजना, ऐसी अनेक योजनाएं हमने स्व-रोजगार के लिए प्रारम्भ की है।संत रविदास स्वरोजगार के तहत 50 हजार रुपए से लेकर 1 लाख तक लोन दिया जा रहा है।