- प्रदेश के 20 जिलों में असमय बारिश और ओलावृष्टि की जानकारी आई है
- 6 से 8 मार्च के लगभग हुई बारिश के दौरान पहले फेस का सर्वे पूरा हो चुका है
- 16 से 19 मार्च तक दूसरे फेस का सर्वे शुरू हो चुका है
- सभी जगह सर्वे दल गठित हो चुके है और सर्वे का काम चल रहा है
- सर्वे दल में राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले को शामिल किया गया है
भोपाल, ब्यूरो। किसान पुत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के बाद पीड़ित किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में नुकसान और सर्वे की आपातकालीन समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया है कि फसलों के नुकसान की पाई-पाई भरपाई की जाएगी। बैठक में सीएम ने अधिकारियों को फसलों का समय सीमा में सर्वे पूरा होने के बाद सूची को पंचायत के दफ्तर में लगाने के निर्देश दिए।आपातकालीन बैठक में दी गई जानकारी
शिवराज सिंह चौहान ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सर्वे में लापरवाही ना हो, पूरी ईमानदारी से सर्वे किया जाए और किसी भी प्रकार की कोई गलती ना करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवेन्यू, कृषि और पंचायत विकास के अमले को सर्वे में एक साथ शामिल करें और सर्वे पूरा होने के बाद सूची को पंचायत के दफ्तर में लगाया जाए। सर्वे होने के बाद किसी किसान की आपत्ति आती है तो उसका भी निराकरण किया जाए। सीएम शिवराज ने कहा कि आरबीसी 6-4 के अंतर्गत फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी, वहीं पशु हानि की भी भरपाई मध्यप्रदेश सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने फसल सर्वे का पूरा काम 25 मार्च तक करने के निर्देश दिये हैं।