नई दिल्ली: चीन और पाकिस्तान जैसे देश भारत की साइबर सुरक्षा में लगातार सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले 5 सालों में 1,29,747 भारतीय वेबसाइट्स हैक की गई है. चीन और पाकिस्तान के अलाव भारतीय वेबसाइट पर अटैक करने वाले हैकर फ़्रांस, नीदरलैंड, रूस, सर्बिया, ताइवान और ट्यूनिशिया जैसे देशों से हैं.
भारत इंटरनेट का एक बड़ा बाज़ार बनता जा रहा है. यहां पर इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या तेज़ी से बढ़ती जा रही है. यूं भी कहा जा सकता है कि भारत में अब सब कुछ डिजिटल हो चुका है, लेकिन तकनीक के इस दौर में सुरक्षा का ख़तरा भी तेज़ी से मंडरा रहा है.
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में इलेक्ट्रॉनिक और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि CERT-In यानि इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने यह ट्रैक किया है कि भारतीय वेबसाईट पर विदेशी हैकर हमला कर रहे हैं.
केंद्र सरकार ने संसद को ये भी बताया कि साइबर सुरक्षा को लेकर बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है. नई चुनौतियों और अलर्ट पर काम किया जा रहा है. सरकार ने मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी को उनकी ज़िम्मेदारियों का पूरी लिस्ट सौंप दी है. साईबर सुरक्षा पर सरकार ने कई बार कई सरकारी मंत्रालयों में मॉक ड्रिल भी किया है. अब 44 मॉक ड्रिल की जा चुकी है, जिसमें 265 सरकारी संगठनों की साईबर सुरक्षा पर ध्यान दिया जाएगा.
2015 | 27 हज़ार 205 वेबसाइट्स हैक |
2016 | 33 हज़ार 147 वेबसाइट्स हैक |
2017 | 30 हज़ार 67 वेबसाइट्स हैक |
2018 | 17 हज़ार 560 वेबसाइट्स हैक |
2019 | 21 हज़ार 767 वेबसाइट्स हैक |