देश और महाराष्ट्र राज्य के लिए यह ऐतिहासिक दिन है, 14 अप्रैल का, क्योंकि विश्व-प्रसिद्ध बुंदेलखंड क्षेत्र के सिद्ध तीर्थ क्षेत्र स्वयंभू बागेश्वर बालाजी भगवान का गढ़ा के बाद दूसरा स्थान अब महाराष्ट्र की धरती पर स्थापित हो गया है। 5 अप्रैल से 11 दिनों में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किय गए जिसमें 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा और 7 दिवसीय हनुमंत महायज्ञ का आयोजन किया गया था,प्रातःकाल 8 बजे से 9 बजे के बीच सर्वसिद्धियोग अभिजीत मुहूर्त में बागेश्वर बालाजी के साथ गणेश भगवान, श्री सीताराम दरबार,भगवान शिव की विधि-विधान के साथ प्रकांड ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा की।
प्राण प्रतिष्ठा के समय बद्रीनाथ वाले महाराज जी, मुख्य आयोजक रुद्र प्रताप त्रिपाठी जी, गोविंद नामदेव जी परिवार सहित मौजूद रहे।आज प्राण प्रतिष्ठा के बाद हनुमंत यज्ञ की पूर्ण आहुति हुई।पूर्ण आहुति में बद्रीनाथ वाले महाराज जी पवन सिंह मनोज तिवारी प्रतिमा बागड़ी मंत्री,शामिल हुए